बालोद : जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. रेणुका श्रीवास्तव ने आज डौण्डीलोहारा विकासखण्ड के विभिन्न ग्रामों चिल्हाटी, भरदाकला(लो.), खपराभांट, किसना, जेवरतला, मनकी(स) और राघोनवागॉव में गौठानों, वृक्षारोपण व अन्य कार्यों का निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने ग्राम पंचायत चिल्हाटी, बैहाकुंआ के नाला पुनर्जीवित कार्य का निरीक्षण किया। ग्रामीणों द्वारा जानकारी दी गई कि नाला से अतिक्रमण हटाकर मनरेगा के तहत कार्य कराकर नाले को पुनर्जीवित किया गया है। नाला में वर्तमान में पानी भरा है जिससे भविष्य में जलस्तर में वृद्धि होगी एवं किसानों को सिंचाई सुविधा का लाभ होगा। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने नाला के मेड़ में वृक्षारोपण के निर्देश दिए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ग्राम भरदाकला (लो.) में मनरेगा के तहत् कराए गए वृक्षारोपण कार्य का निरीक्षण किया तथा वहॉ पौधों की देखरेख के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम खपराभाट में गौठान एवं वृक्षारोपण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने वहॉ गौठान मे बन रहे वर्मी शेड, एस.एच.जी.शेड, मुर्गी शेड तथा ग्राम पंचायत भवन को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने वहॉ चारागाह परिसर में लगाए गए सब्जी व बाड़ी का भी अवलोकन किया। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ग्राम पंचायत किसना में वृक्षारोपण कार्य तथा चारागाह में लगाए गए नेपियर घास का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि किसना में नेपियर घास का बहुत अच्छा उत्पादन है। उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग को किसना से नेपियर रूट अन्य चारागाह में रोपण किए जाने के निर्देश दिए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ग्राम जेवरतला के गौठान में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट का अवलोकन किया। उन्हेांने वहॉ डेयरी शेड एवं एस.एच.जी. शेड निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंनेे ग्राम मनकी(स) में मॉडल गौठान पहुॅचकर वर्मी खाद निर्माण का अवलोकन किया। उन्होंने वहॉ आजीविका संवर्धन संबंधी अन्य गतिविधियॉ संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होनें मनकी(स) में स्टॉप डेम संधारण कार्य का भी निरीक्षण किया तथा कार्य शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने ग्राम राघोनवागॉव में पथ वृक्षारोपण एवं मुक्तिधाम में किए गए वृक्षारोपण कार्य का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेमंत ठाकुर, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन अधिकारी श्री डी.पी.भुआर्य, जनपद पंचायत डौण्डीलोहारा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री दीपक ठाकुर सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आवेदन करने की अंतिम तिथि अब 31 जुलाई तक
वर्ष 2021 खरीफ मौसम में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिले में संचालित है। जिसके अंतर्गत खरीफ में मुख्य फसल धान सिंचित, धान असिंचित एवं अन्य फसल उड़द सम्मिलित हैं। कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एन.एल.पाण्डे ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आवेदन जमा करने की निर्धारित अंतिम तिथि को बढ़ाकर अब 31 जुलाई 2021 किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत ऋणी कृषक (भू-धारक एवं बटाईदार) तथा गैर ऋणी कृषक (भू-धारक एवं बटाईदार) शामिल हो सकते है। जिस ग्राम में अधिसूचित फसल निहित है, उस फसल का किसान फसल बीमा करा सकता हैं, योजना में ऋणी एवं अऋणी कृषकों के लिए ऐच्छिक रखा गया है। फसल बीमा में शासन द्वारा निर्धारित ऋणमान के आधार पर प्रति हेक्टेयर 02 प्रतिशत प्रीमियम दर पर कृषकों द्वारा देय है। ऋणी कृषको का फसल बीमा संबधित बैंको से तथा अऋणी कृषकों का फसल बीमा कंपनी द्वारा अधिकृत कामन सर्विस सेंटर, संबधित बैंक में अथवा स्वयं मोबाईल एप द्वारा वास्तविक रूप से बोये गए फसल क्षेत्र का बीमा करा सकते है।
उप संचालक कृषि ने बताया कि फसल बीमा कराने हेतु जरूरी दस्तावेज के रूप में फसल बीमा हेतु प्रस्ताव पत्र नवीनतम भूमि प्रमाण पत्र(बी-1, पी-2), फसल बोआई प्रमाण पत्र, नवीनतम बैंक पासबुक कॉपी एवं आधार कार्ड की छायाप्रति देना अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि ऋणी कृषकों को फसल बीमा आवरण में शामिल होने बाबत् अनिवार्य रूप से के.सी.सी. प्रदायकर्ता एवं वित्तीय संस्थान में आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2021 निर्धारित की गई है।

