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कांवड़ यात्रा पर उत्तराखंड सरकार ने लगाया बैन, सीएम पुष्कर धामी ने की योगी से बात

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लखनऊ/देहरादून : कोरोना काल में होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए सीएम योगी ने सूबे में तैयारियां तेज कर दी हैं. उन्होंने उत्तराखंड , बिहार,  उत्तर प्रदेश में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं के लिए निर्देश (Instructions) दिए हैं. सीएम योगी का कहना है कि पड़ोसी राज्यों से संवाद स्थापित कर कांवड़ यात्रा को पूरा किया जाए. कोविड काल को ध्यान में रखते हुए कांवड़ यात्रा को सुचारू रूप से चलाया जाए. 25 जुलाई से शिवभक्तों की कांवड़ यात्रा शुरू होगी.

वहीं, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को देहरादून में कांवड़ यात्रा को लेकर 8 राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक हुई. डीजीपी अशोक कुमार ने बताया, “साल 2020 की तरह इस साल भी कोरोना के चलते उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा को प्रतिबंधित किया है.बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर पूर्व के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कांवड़ यात्रा पर पूरी तरह रोक लगाई थी. पूर्व में कुंभ के आयोजन से सरकार की चारों तरफ किरकिरी हुई थी और देश में दूसरी लहर का जिम्मेदार भी उत्तराखंड सरकार द्वारा कुंभ आयोजन को ठहराया गया था. कुंभ में लाखों फर्जी कोविड टेस्ट की जांच भी अभी चल रही है.

इससे पहले खबर थी कि कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड के नये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की है. वह जल्द ही हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात करने के बाद कांवड़ यात्रा शुरू करने पर फैसला कर सकते हैं.बता दें कि कुंभ में आयी लाखों की भीड़ से उत्तराखंड सरकार की चारों तरफ किरकिरी हुई थी.दोबारा ऐसी फजीहत से बचने के लिए सरकार ने चारधाम यात्रा पर भी रोक लगा दी थी. यात्रा पर लगी रोक से तीर्थ पुरोहितों में भारी रोष है. सरकार ने भी आर्थिक गतिविधियों को चलाने के लिए चारधाम यात्रा शुरू करनी चाही पर पूर्ण तैयारी न होने की वजह से कोर्ट ने इस यात्रा पर तब तक रोक लगा दी है जब तक तैयारी पूर्ण करके उसकी रिपोर्ट हाई कोर्ट में सबमिट नहीं कर दी जाती है.

मुख्यमंत्री बनते ही पुष्कर ने ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिये हैं ऐसे में बन्द पड़े पर्यटन व्यवसाय को फिर से शुरू करने के लिए सरकार चारधाम यात्रा शुरू करने के सभी पहलुओं पर विचार कर रही है. व्यापार को गति मिले इसके लिए कांवड़ यात्रा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही थी.

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