- एम्स में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और चिकित्सा क्षेत्र पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन
- क्वालिटी डेटा, प्राइवेसी, जवाबदेही और पारदर्शिता पर हुई चर्चा, 625 प्रतिभागियों ने भाग लिया
रायपुर : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर और नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के संयुक्त तत्वावधान में एआई इन हैल्थकेयर विषय पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन किया गया। दुनियाभर के चिकित्सकों ने इस तकनीक को उभरती हुई संभावनापूर्ण तकनीक बताते हुए चिकित्सीय परीक्षण और रोगी प्रबंधन में अधिक से अधिक अनुप्रयोग पर जोर दिया।
एम्स, रायपुर के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) जॉर्ज ए. डिसूजा ने हड्डी रोग विभाग के तत्वावधान में आयोजित सीएमई के लिए सभी चिकित्सकों को बधाई देते हुए कहा कि इससे नए चिकित्सकों को एआई के बढ़ते अनुप्रयोग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक ने डायग्नोस्टिक्स, शल्य चिकित्सा, रोगी प्रबंधन, नई दवाई की खोज और प्रबंधन सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्रदान की हैं। एआई का अनुप्रयोग भी त्वचा रोग विज्ञान, नेत्र रोग विज्ञान और रेडियोलॉजी जैसे चिकित्सकीय क्षेत्रों में बहुतायत में किया जा सकता है। उन्होंने एआई के अनुप्रयोग के दौरान प्राइवेसी, रोगी की सहमति, डेटा इंटरप्रिटेशन, पारदर्शिता और जवाबदेही जैसे विषयों को भी ध्यान में रखने पर जोर दिया।
निदेशक प्रो. (डॉ.) नितिन एम. नागरकर ने एआई को भविष्य की तकनीक बताते हुए कहा कि नए चिकित्सकों को आगे आकर नई तकनीक के अनुप्रयोग का लाभ आम लोगों तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा कि एआई में आईटी, कंप्यूटर साइंस, मेडिकल साइंस, शोधकर्ताओं और अन्य क्षेत्रों के विशेषज्ञों को आगे आकर संयुक्त रूप से पहल करनी होगी। इससे प्राप्त होने वाले परिणाम भविष्य में रोगियों की देखभाल में काफी प्रयोग होंगे।
इससे पूर्व आयोजन सचिव प्रो. आलोक चंद्र अग्रवाल ने बताया कि सीएमई का आयोजन हाइब्रिड मोड में ऑन लाइन और ऑफ लाइन किया गया। इसमें दुनियाभर के 625 प्रतिभागियों ने भाग लिया। सीएमई में हुए व्याख्यानों का लाभ नए चिकित्सकों को काफी मिलेगा। डीन प्रो. सूर्यप्रकाश धनेरिया ने सीएमई को सामयिक बताते हुए चिकित्सकों के लिए काफी उपयोगी बताया। इस अवसर पर अमेरिका, स्विट्जरलैंड सहित देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञों ने एआई की बढ़ते अनुप्रयोग पर व्याख्यान प्रस्तुत किए। इस अवसर पर डॉ. रूपा मेहता, डॉ. अमित चौहान, डॉ. अनिल शर्मा, डॉ. संजय वाधवा और डॉ. वंदिता सिंह सहित कई अन्य चिकित्सकों ने भी सीएमई को संबोधित किया।