- क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाने के कारण भूमिहीन मजदूर स्वयं की मेहनत मजदूरी से बनाया नया झोपड़ी
पुलस्त शर्मा/मैनपुर: विकासखंड मुख्यालय मैनपुर के ग्राम पंचायत साहेबिनकछार के आश्रित ग्राम कोदोमाली दशपुर के रहवासी गरीब भूमिहीन मजदूर धनी राम मांझी पिता देवन माँझी जाति गोड़ उम्र लगभग 27 वर्ष का रहवास मकान मे विगत साल भर पूर्व अचानक आग लग जाने के कारण मकान में रखे नगदी सहित धान चावल सब जलकर राख हो गए। रात्रि के समय मकान के ऊपर में धधकती आग को बड़ी मुश्किलों से पारा वासियों के सहयोग से बुझाने की कोशिश किया गया समय पर आग नहीं बुझाया गया होता तो पूरे परिवार मौत के मुंह में समा गया होता। मकान के आधा हिस्सा भी आग के लपेटे में जल गई गरीब मजदूर भूमिहीन परिवार को रहने लायक भी घर नहीं बच पाया कुछ दिन दूसरों के घर में परिवार सहित रहकर अपना जिंदगी निर्वाहन करना पड़ा मकान में रखे नगदी सहित खाद्यान्न सामग्री के आगजनी के कारण जल जाने का खबर विधिवत रूप से ग्राम पंचायत साहेबिनकछार, हल्का पटवारी सहित पुलिस थाना जुगाड़ में जानकारी देने के बाद पूरा प्रकरण हल्का पटवारी के माध्यम से तहसील कार्यालय मैनपुर में दिए जाने के बाद साल भर में 3 बार पेशी जाने के बाद भी आज तक क्षतिपूर्ति राशि नहीं मिल पाने के कारण भूमिहीन मजदूर किसान बेहद परेशान होकर अपने मेहनत से झोपड़ी बनाकर परिवार के साथ रहने लगा है। लॉकडाउन के दौरान घर में रखे नगदी सहित खाद्यान्न सामग्रियों के जलने से भयंकर परेशानियों से जूझते हुए धनीराम अपने परिवार के साथ जीवन निर्वहन करते हुए क्षतिपूर्ति राशि दिलाने की मांग जिला के कलेक्टर से किया है। पीड़ित मजदूर ने बताया कि बीते साल अचानक उसके मकान मे आग की लपटे उठने के बाद आग की लपटो में घर मे रखे नगदी सहित चावल अनाज व सामन जलकर खाक हो गया जिसका राजस्व विभाग के माध्यम से क्षतिपूर्ति के लिये आवेदन भी पीड़ित मजदूर द्वारा जमा किया गया है लेकिन साल बीतने व तीन बार तहसील कार्यालय में पेशी देने के बाद न तो क्षतिपूर्ति राशि मिल पायी है और न ही इस संबंध मे आगे की कार्यवाही हो पा रही है।
इस संबंध में क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में तहसीलदार मैनपुर कृष्ण मूर्ति दीवान ने बताया कि धनीराम मांझी को जीवन यापन के लिये राहत प्रदान करते विभाग द्वारा सहयोग किया गया था और क्षतिपूर्ति प्रकरण तैयार कर भेजा भी गया है चंूकि पीड़ित द्वारा तीन माह विलंब बाद आवेदन करने व लाॅक डाउन की अवधि सहित आवेदन मे त्रुटि होने के कारण थोड़ा विलंब हुआ है पीड़ित को मुआवजा मिले इसके लिये प्रयास किया जा रहा है।