बालकृष्ण मिश्रा/सुकमा! प्रेस नोट जारी कर मनीष कुंजाम ने कहा है कि सिलगेर की घटना दिल दहलाने वाली है, कितने मारे गए, घायल कितने हुए इस पर बहस जारी है. सवाल है कि फ़ायरिन्ग आम जनता पर क्यों किया गया है. यदि नक्श्लीयो के कहने से लोग विरोध कर रहे थे तो भी हथियार लैश तो नहीं थे, शान्ति पूर्ण विरोध का उनका अधिकार है, उसमे गलत क्या है. धीरज सरकार ने खो दिया है. यह जनता पर हमला है घोर निंदनीय है. इस भूपेश सरकार से हम काफ़ी उम्मीद किए थे कि बस्तर में हिंसा रोकने में कोई कारगर पहल होगा। पर इससे उलट हिंसा खून खराबा करने लगे हैं। यह चिंता की बात है, दर असल मोदी के इसारे पर प्रदेश की भूपेश सरकार इस मामले में काम कर रही है। जो पूर्ण रूप से फ़ासी वादी है, कार्पोरेट्स परस्त है। यह घटना एकदम से जाहिर हैं । मैं एकाध दिन में घटना स्थल तक जाने का प्रयास करूंगा। यह सोच कर तकलीफ होता है की ये वही कांग्रेस है जिनकी सरकार है जब विपक्ष में वे थे तब ऐसी घटना होने पर जांच दल मौके पर भेजते थे, अब क्या?*
सरकार ने धीरज खो दिया, जनता पर हमला है घोर निंदनीय : मनीष कुंजाम
