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महासमुन्द महिला बाल विकास विभाग में हुए भ्रष्टाचार की जांच के साथ आरोपियों को मिले कड़ी सजा : राहुल चन्द्राकर

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रवि सेन/बागबाहरा : जहाँ एक पूरे महासमुन्द जिले के सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार अपनी जड़े पसार कर शासकीय राशि के बंदरबाट करने में लगा हुआ है वही दूसरी तरफ अपने ही विभाग में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए जिला महिला बाल विकास अधिकारी अपने निवास पर अनशन पर बैठे हुए है जिंसके बाद उस अनशन पर बैठे अधिकारी को पुलिस उसके घर से उठा कर ले आती है यह पूरी तरह अंधेर नगरी चौपट राजा वाले मुहावरे को चरितार्थ कर रहा है । भाजपा युवा नेता राहुल चन्द्राकर ने कहा कि महिला बाल विकास विभाग भ्रष्टाचार का बड़ा कार्यालय है जहाँ हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए एक अधिकारी को अनशन में बैठना पड़ रहा है जब कि सुधाकर बोदले द्वारा अनशन पर बैठ कर महिला बाल विकास कार्यालय में सत्र 2020 एवं 2021 में हुए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में दिए जाने वाले गुणवत्ता हीन सामग्री देने एवं बच्चों को देने वाले रेडी टू इट के घटिया क्वालिटी पर सवाल खड़े कर दिए । इस पूरे मामले पर लगभग 20 लाख रुपये की अनियमितता सामने आ रही है वही इस अधिकारी द्वारा लगातार इस मामले की शिकायत अपने उच्चाधिकारियों को पत्र लिख कर भी अवगत कराया गया था लेकिन कार्यवाही नही किया है । कांग्रेस शासन काल मे ऐसे कई विभागों के बड़े बड़े भ्रष्टाचारियों को बड़े बड़े नेताओं का संरक्षण है जिसके कारण ये सरकारी तंत्र बिना किसी कार्यवाही के डर से शासकीय कार्यालयों के लाखों रुपये बिना किसी डर के डकार जाते है । राहुल चन्द्राकर ने बताया कि महिला बाल विकास कार्यालय के सिर्फ महासमुन्द ब्लॉक में जब इतना बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हो रहा है तो पूरे प्रदेश में महिला बाल विकास विभाग द्वारा कितने का घोटाला किया जा रहा होगा ये विचारणीय विषय है सत्ता पक्ष के नेताओ के लिए महिला बाल विकास कुबेर का खजाना साबित हो रहा है । राहुल ने कहा कि  इस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर प्रदेश स्तर के नेताओ से चर्चा कर इस मुद्दे को प्रदेश स्तर में उठाया जाएगा ।
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