- किसानों ने समाचार के माध्यम से किसानों की परेशानी को जिला प्रशासन तक पहुचाने की अपील
यामिनी चंद्राकर/छुरा : गरियाबंद जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते जिला प्रशासन द्वारा जिले में सम्पूर्ण लाकडाउन लगाया गया है लाकडाउन में जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी पेट्रोल पम्प के संचालन के लिए गाइडलाइन जारी किया गया है जिसमे सिर्फ जरूरी सेवाओ को छोड़कर अन्य वाहनों को पेट्रोल डीजल देने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। जिला प्रशासन द्वारा बनाये गए गाइडलाइन में किसानों की समस्या पर ध्यान नही दिया गया।उल्लेखनीय है कि जिले में बड़ी संख्या में किसान (अन्नदाता) ने अपनी खून पसीना बहाकर अपने खेतों में धान का फसल लगाया है जो अब पूरी तरह से कटाई के लिए पककर तैयार हो चुका है धान की कटाई के लिए हार्वेस्टर को डीजल नही मिलने के कारण धान की कटाई नही हो पा रही है जिसके चलते किसान काफी चिंतित है किसानों का कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी कमाई और मेहनत अपने खेतों में लगा रखा है और मई का महीना शुरू हो चुका है अक्सर मई के महीने में आंधी तूफान के साथ बारिश होने की संभावना बढ़ जाती है वैसे भी मौसम का मिजाज बदल रहा है कब आंधी व बारिश हो जाये इसकी चिंता अब क्षेत्र के किसानों को सताने लगी है किसानों का कहना है कि अगर तूफान और बारिश हो जाती है तो उनकी पूरी मेहनत पर पानी फिर जाएगा और किसानो को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। गरियाबंद जिले के छुरा ब्लाक के कुसुममुडा के एक किसान गुमान सिंह ध्रुव ने समाचार के माध्यम से किसानों की समस्या को जिले के जिलाधीश तक पहुचाने के लिए समाचार में छापने के लिए प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि उनकी पक चुके धान की फसल को कटाई के लिए हार्वेस्टर वाले के पास गया ताकि जल्दी किसान की धान कटाई हो जाये मगर हार्वेस्टर वाले ने किसान से कहा कि हार्वेस्टर चलाने के लिए उनके पास डीजल नही है अगर आप डीजल की व्यवस्था कर देते हो तो वे कटाई के लिए तैयार है तब किसान डीजल लेने के लिए नजदीक के पवन फ्यूल्स में पेट्रोल लेने गया लेकिन उन्हें वहां से खाली हाथ लौटना पड़ा पेट्रोल पंप के मालिक ने ये कहते हुए डीजल देने से मना कर दिया कि जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन में किसानों को डीजल देने का उल्लेख नही है तब मायूस किसान छुरा तहसील पहुचकर तहसीलदार छुरा बाबूलाल कुर्रे जी से धान कटाई के लिए डीजल दिलाने की अपील करने लगा तहसीलदार छुरा द्वारा किसान से कहा गया कि इसका परमिशन मेरे हाथ मे नही है आप जिला के कलेक्टर महोदय से अनुमति ले लीजिए।तब किसान वहां से भी मायूस होकर लौट आया उस वक्त किसान की बेबसी उसके चेहरे पर स्पस्ट झलक रहा था किसान ने अपनी बेबसी का इजहार करते हुए हमारे संवाददाता को अपनी परेशानी बताते हुए कहा कि तहसीलदार महोदय द्वारा कलेक्टर साहब से बात करने कहा गया है अब इस लाकडाउन मे मैं कलेक्टर साहब के पास तो नही जा सकता अब आप लोग ही अपने समाचार के माध्यम से हम किसानों की समस्या को जिले के कलेक्टर महोदय तक पहुचा दीजिए हो सकता है कलेक्टर महोदय समाचार को पढ़कर हम किसानों की समस्या का निराकरण कर दे। गौरतलब है कि क्षेत्र में अधिकतर किसानों की धान की रवि फसल पककर तैयार हो चुकी है जिले में लगे लाकडाउन के कारण किसानों की खड़ी फसल को काटने न तो मजदूर मिल रहे है और मशीन से कटाई करने के लिए डीजल मिल रहा है ऐसे में क्षेत्र के किसानों के चेहरे पर स्पस्ट रूप से चिंता की लकीर नजर आ रही है मई का महीना शुरू हो चुका है और आंधी तूफान के साथ मौसम का रुख रोज बदल रहा है आंधी तूफान व बेमौसम बारिश से किसानों की सारी मेहनत बर्बाद होने का डर किसानों को सत्ता रहा है। किसानों ने गरियाबंद के जिलाधीश नीलेश क्षीरसागर जी से मांग की है कि धान कटाई के लिए किसानों को डीजल प्रदान करने की अनुमति दी जाए ताकि क्षेत्र के किसान बड़े नुकसान से बच सके।