- दोहरी मार झेल रहे है गरियाबंद जिले वासियो का जीना हुआ बेहाल क्षेत्र में आ धमके दतैल हाथी बने जी का जंजाल
- हाथियो आ धमकने से ग्रामीण क्षेत्र में तेंदुपत्ता संग्रहन होगी प्रभावित लोगों की अतिरिक्त आय होगी प्रभावित
यामिनी चंद्राकर/छुरा : लोग इन दिनों कोरोना बीमारी को लेकर काफी परेसान है तो वही गरियाबंद जिले वासियों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है अब तक क्षेत्रवासी सिर्फ कोरोना महामारी को लेकर काफी परेसान थे अब उनकी परेसानी को और बढ़ाने के लिए इलाके में जंगली हाथियों ने दस्तक दे दी है। 15 हाथियो का दल रिसगांव,जंगल पहुचा था इस दौरान एक युवक को हाथियो के साथ सेल्फी लेना महंगा पड़ गया सेल्फी के चक्कर मे हाथियो ने युवक को पटक पटक कर अधमरा कर दिया युवक को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मैनपुर ले जाने के दौरान रास्ते मे ही युवक की मौत हो गई। इस 15 हाथियो के दल ने इस दौरान रिसगांव, ढोलसरई, कुशियार बरछा, लगातार 03 दिन तक आतंक मचाता रहा खेतो की फसल के साथ हाथियो के दल ने बॉडी की सब्जी को भी चरपट कर दिया ग्रामीणों द्वारा हाथियो को गांव से भगाने के लिए पटाखे फोड़े गए नगांडे बजाए गए तब कही जाकर हाथियो का दल वहां से राजापडाव की ओर बढ़ने लगे। वही जंगल मे विचरण करते हुए हाथियो का दल गुरुवार को मैनपुर मुख्यालय के नजदीक पहुचकर यहा भी जमकर उत्पाद मचाया हाथियो ने कई घण्टो तक नेशनल हाइवे को किया जाम मैनपुर मुख्यालय से महज 02 किलो मीटर दूर फुलझर और पैरिगंगा कॉलेज के पास कई घण्टो तक बीच सड़क पर खड़े रहने के कारण वन विभाग टीम व हाथी मित्रो द्वारा एन एच 130 से गुजरने वाले वाहनों को दूर में ही रोक दिया रात में रायपुर से एक एम्बुलेंस में शव लेकर देवभोग जा रहे ड्राइवर को वन विभाग और हाथी मित्र द्वारा आगे जाने से मना कर करने के बाद भी ड्रायवर द्वारा जिद में गाड़ी देवभोग मार्ग पर ले गया लेकिन बीच सड़क पर दतैल हाथियो को देखकर अपनी जान बचाकर वापस लौटकर वन विभाग और हाथी मित्रो से माफी मांगते हुए बताया कि जिंदगी में पहली बार उसने जंगली हाथीयो को इतने नजदीक से देखा है चालक ने बताया कि बीच सड़क पर हाथियो को देखकर उसके रोंगटे खड़े हो गये। वही सड़क निर्माण में लगे एक हाइवा के ड्राइवर ने फुलझर घाटी के पास गाड़ी रोककर सड़क किनारे मन्दिर में शरण लेकर अपनी जान बचाई। हाथियो ने यहां भी किसानों के खेत मे काफी नुकसान पहुचाया।शुक्रवार को हाथियो का दल विचरण करते हुए मैनपुरकला को पार कर पंडरीपानी, होते हुए नारीपानी कंवरआमा,के जंगल मे अभी ठहरा होने की जानकारी वन विभाग द्वारा दिया जा रहा है वन विभाग के कर्मचारियों व हाथी मित्रो के द्वारा लगातार हाथियो के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है साथ ही विभाग द्वारा जंगल के गांवों पहुचकर लोगो से जंगल की तरफ नही जाने की भी अपील की जा रही है। बहरहाल जिले वासियो को अब दोहरी मार झेलनी पड़ रही है क्षेत्र के लोग पहले कोरोना महामारी के चलते परेसान थे तो वही अब हाथियो के दल फिर से गरियाबंद जिले में पहुच जाने के कारण उनकी जान माल पर खतरा मंडरा रहा है। उल्लेखनीय है कि गरियाबंद जिले के लोग पिछले 01 वर्ष से हाथियो का आतंक झेल रहे है पिछले वर्ष भी हाथियो द्वारा जिले के कई ग्रामो में घुम घुम कर जमकर आतंक मचाया था। और इस वर्ष भी हाथियो ने जिले में दस्तक देकर जमकर उत्पाद मचाना शुरू कर दिया है जिले में अभी तेंदुपत्ता संग्रहन का समय है ऐसे समय मे हाथियो की दस्तक से निश्चित तौर पर तेंदुपत्ता संग्रहन प्रभावित होगी जिसके चलते वनवासियों का एक बड़ा आय का जरिया तेंदुपत्ता से वंचित होना पड़ रहा है।