रविशंकर गुप्ता/अंबिकापुर : अंबिकापुर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सरगुजा जिला प्रशासन के निगरानी दल को सूचना मिली थी कि रेमडेसिविर को अधिक दाम में बेचा जा रहा है, जिसके बाद उस फोन रिकॉर्डिंग के आधार पर अंबिकापुर कोतवाली में FIR दर्ज कराई गई थी। अंबिकापुर में रेडमेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, अभी मुख्य आरोपी फरार है। दरअसल रेमडेसिविर इंजेक्शन को अधिक दामों पर बेचने का एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसकी जानकारी के बाद जिला प्रशासन की तरफ से कोतवाली थाने में आरोपियों के खिलाफ 25 अप्रैल को FIR दर्ज कराई गई थी।
थाना प्रभारी मनोज प्रजापति ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस पूरे मामले की FIR कराई थी। जिसके बाद इसमें दरीपारा निवासी सौरभ डेनियल और डुमरापारा निवासी देवराज को गिरफ्तार कर लिया गया है। रेमडेसिविर की कालाबाजारी का मास्टरमाइंड शुभम गुप्ता फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपी प्रति इंजेक्शन को 15 हजार रुपए में बेचने की बातचीत की गई। इसके अलावा यह भी आशंका जताई जा रही है कि इसमें कई मेडिकल स्टोर के लोग भी शामिल हो सकते हैं।
जिला प्रशासन ने निगरानी समिति का किया गठन
जिले में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देश पर कालाबाजारी रोकने के लिए निगरानी समिति का गठित की गई है। समिति की निगरानी में ही जरूरतमंद मरीज के लिए संबंधित संस्थान को ही रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाता है।

