- मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के बताए रास्ते पर चलकर हम अपनी जीवन को सफल बनाएं
यामिनी चंद्राकर/ छुरा । छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय संगीतमय मानस गान सम्मेलन का आयोजन छुरा ब्लाक के ग्राम अतरमरा में किया गया है।जिसके मुख्य अतिथि जनपद पंचायत छुरा के उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा थे। अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास सभापति बूंदा साहू व विशिष्ट अतिथि जिला कांग्रेस कमेटी सचिव गजेंद्र साहू थे ।अतिथियों ने भगवान श्रीराम और माता सीता के छायाचित्र पर माल्यर्पण कर कार्यक्रम की शुरुवात की। इस पावन अवसर पर कथा सुनने आए श्रद्धालुओं
को संबोधित करते हुए जनपद पंचायत क्षेत्र के युवा उपाध्यक्ष गौरव मिश्रा ने कहा कि ग्राम अतरमरावासी धन्य हैं, जिन्हें रामायण सुनने का अवसर प्राप्त हो रहा है। निश्चित ही आप को इसका लाभ मिलेगा और आप के घरों में खुशहाली, समृद्धि, सुख, भगवान श्रीराम जी के आशीर्वाद आपको जरूर प्राप्त होगा। रामकथा सुनने से हमारे चरित्र विचार एवं भक्तिभाव शुद्ध होता है। हमें रामायण से शिक्षा प्राप्त होती है हिन्दू संस्कृति ना केवल रामायण को मानती है बल्कि रामायण कि सीख को जीवन में उतारती है और हिंदुओं के लिए रामायण की सबसे बड़ी सीख है की बुराई पर हमेशा अच्छाई की जीत होती है जिस तरह माता सीता पर रावण ने बुरी नजर डाली और अंत में भगवान राम ने रावण को पराजित कर वापस पा लिया कहने का सार है की बुराई कितनी भी शक्तिशाली यह बड़ी क्यों ना हो लेकिन अपनी अच्छी नहीं आती और गुड़गांव के कारण सच्चाई की ही जीत होती है। माता सीता का उदाहरण देते हुए ग्राम अतरमरा की महिला सशक्तिकरण एवं बालिका शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हमारी बेटियां एक नहीं दो-दो परिवार को संभालती हैं। यदि हमारी बेटियां शिक्षित होती है तो ये दो परिवार को संस्कारिक एवं शिक्षित बना देती हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही बूंदा साहू ने कहा कि जैसे साल में चार ऋतु होता है। यूं तो हर मौसम में भक्तिभाव पूर्ण रहता है, पर छत्तीसगढ़ एक ऐसा प्रदेश है। जहां वसंत ऋतु का समय ऐसा शायद ही कोई गांव होगा, जहां मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चंद्र के जीवन चरित्र का बखान न होता होगा। यह ग्रंथ हमें अच्छी संगति के महत्व को बताता है कैकई राम को अपने पुत्र से ज्यादा चाहती थी लेकिन दासी मंथरा की बुरी सोच और गलत बातों में आकर वह राम के लिए 14 वर्षों का वनवास मांग लेती है इसलिए हमें सीख मिलती है की हमें अच्छी संगति में रहना चाहिए ताकि नकारात्मकता हम पर हावी ना हो। इस राज्य स्तरीय भव्य संगीतमय मानसगान सम्मेलन रामायण में प्रमुख रूप से ग्रामपंचायत उपसरपंच, ग्राम विकास समिति अध्यक्ष श्यामलाल साहू, खेमुराम सिन्हा, चिरोंजी लाल निर्मलकर, खिलावन सिन्हा, सहित ग्राम के वरिष्ठ नागरिक गण उपस्थित थे साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन कथा सुनने पहुंचे थे।