टीकम निषाद/ देवभोग। महीनों से अधिकारी विधायक प्रभारी मंत्री को बाराे – बार अवगत कराने के बाद देवभोग से रायपुर मार्ग के अलावा अमलीपदर से तालाब तक और भेजीपदर उरमाल तक की खस्ताहाल सड़क को बमुश्किल मरम्मत की स्वीकृति दिया गया। लेकिन पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की उदासीनता के चलते सड़क मरम्मत भ्रष्टाचार की बलि चढ़ा रहा है। क्योंकि चंद दिनों पहले पीडब्ल्यूडी विभाग के ठेकेदार द्वारा उरमाल देवभाेग सहित अमलीपदर सड़क का मरम्मत किया गया। लेकिन घटिया स्तर मरम्मत होने से मटेरियल सड़क पर टिक नहीं रहा है। कुछ जगह पर चूर चूर होकर किनारे इकट्ठा हुए है। तो कहीं मरम्मत सड़क दब गई है। जानकारों का मानना है कि जिस तरह पुरानी सड़क पर डामर का छिड़काव का होना चाहिए वह बिल्कुल नहीं हुआ। इसके साथ छोटे बड़े गड्ढे कि ठीक तरह सफाई नहीं हुई जिसके चलते ही डामर की मरम्मत में मजबूती नहीं आ पाया। शायद यही वजह है कि चंद दिनों में गुणवत्ताहीन मरम्मत की पोल खुल गई है। मतलब शासन की लाखों रुपए फिजुली खर्च साबित हो रहा है। क्योंकि वर्तमान में किए जा रहे मरम्मत पर किसी प्रकार का गुणवत्ता देखने को नहीं मिल रहा है ।जिसे देख आसानी से कहा जा सकता है। कि चंद दिनों के बाद सड़क की हालत जस की तस हो जाएगी। बावजूद इसके जिले के पीडब्ल्यूडी अधिकारी गहरी नींद से नहीं जा पा रहे हैं ।जिसका फायदा भी ठेकेदार खूब उठा रहे हैं ।मरम्मत को देख आगामी कुछ महीनों में आम राहगीरों को फिर से वही गड्ढे भरे सड़क का रास्ता तय करना पड़ेगा क्योंकि पहले की तुलना इस बार भी मरम्मत का टिकना मुश्किल बताया जाता है।
प्रदीप कुमार साहू इंजीनियर पीडब्ल्यूडी : मापदंड अनुसार मरम्मत कराए जा रहे हैं फिर भी अगर कहीं खराब मरम्मत हुआ है ताे ठीक कराया जाएगा