पुलस्त शर्मा/मैनपुर। गरियाबंद जिले के बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मैनपुर और देवभोग विकासखण्ड क्षेत्र के लाखो लोगो की वर्षो पुरानी मांग इदागांव में 132-33 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र का कार्य इन दिनों युध्द गति से प्रारंभ हो गया है, जिससे बिन्द्रानवागढ विधानसभा क्षेत्र के मैनपुर और देवभोग विकासखण्ड के लाखों लोंगो के चेहरे में मुस्कान देखने को मिल रहा है आजादी के बाद से 73 वर्षो अब तक क्षेत्र की जनता बिजली की गंभीर समस्या से जुझ रही है, ऐसा नही कि यहा बिजली नही है, क्षेत्र में लगभग 4 दशक पूर्व बिजली लग चुकी है लेकिन दुरी अधिक होने के कारण बारिश और गर्मी के दिनो मेें इस क्षेत्र के लाखों लोगो को नही के बराबर बिजली ही मिल पाता है, इस क्षेत्र की जनता लगातार बिजली की लो वोल्टेज और नियमित बिजली की मांग को लेकर पिछले दो दशक से सडक की लडाई लडते आ रहे है, इस दौरान सैकडो बार चक्काजाम, धरना प्रदर्शन, पदयात्रा किया गया कई लोगो के खिलाफ अपराधिक प्रकरण भी दर्ज किये गये, क्षेत्र की जनता बिजली की समस्या के समाधान के लिए एक लंबी लडाई लडी है, हर बार बिजली विभाग के आला अधिकारियो के द्वारा सिर्फ यही आश्वासन दिया जाता रहा है, कि इस क्षेत्र में अच्छी बिजली सेवा और लो वोल्टे से मुक्ति के लिए मैनपुर विकासखण्ड के इदागांव में 132 – 33 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र के निर्माण हो जाने से समस्या का समाधान हो जायेगा और शासन ने क्षेत्र के लाखों ग्रामीणों को बेहतर बिजली उपलब्ध कराने के लिए करोडो रूपये की राशि स्वीकृत करते हुए इदागाव में 132 -33 केव्ही विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण कार्य भी प्रारंभ करवा दिया साथ ही इस उपकेन्द्र में धमतरी जिले के नगरी चमेदा से इदागांव तक लगभग 68 किलोमीटर की दुरी में 235 बिजली के टावर लगाने का कार्य भी युध्द स्तर में प्रारंभ हो गया है, आज की स्थिति में 70 बिजली के टावर के नीव स्तर फांउडेशन का कार्य पूर्ण हो चुका है जिससे क्षेत्र की जनता में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है, और लाखों लोगो की चेहरे में एक मुस्कान आई है, कि अब जल्द ही इस क्षेत्र के लोगो को बेहतर बिजली नसीब हो पायेगी इसके लिए क्षेत्र की जनता ने जिला प्रशासन बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ क्षेत्र के विधायक सांसद और छत्तीसगढ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए निर्माण कार्य को तेज गति से गुणवत्ता के साथ करवाने की मांग किया है। 132-33 केव्ही उपकेन्द्र निर्माण के संबध में जब जायजा लेने कार्य स्थल पर पहुचें तो धमतरी जिले के नगरी विकासखण्ड के चमेदा से इदागांव तक कुल 68 किलोमीटर में 235 बिजली के टावर लगाने का कार्य प्रारंभ हो गया है, इसमें 70 टावर का फांउडेशन कार्य पूर्ण हो चुका है, साथ ही इदागांव उपकेन्द्र निर्माण स्थल पर भी कार्य प्रारंभ है, और यह चमेदा से मुकुंदपुर हरदीभाठा, नगरी, मोदे, अमली, टेंगना, फरसिया, पथर्री, गोबरा, ठेमली, बोईरगांव, बेहराडीह होते हुए इदागांव तक टावर लगाने का कार्य प्रांरभ है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फारेस्ट ऐरिया में टावर लगाने में परेशानी आ रही है, जल्द ही यह परेशानी दुर कर ली जायेगी और इस वर्ष उपकेन्द्र का कार्य पूर्ण हो जायेगा।
लगभग 65 करोंड की लागत से उपकेन्द्र का निर्माण कार्य प्रारंभ
मिली जानकारी के अनुसार विकासखण्ड मैनपुर अंतर्गत ग्राम इदांगाव में राज्य शासन द्वारा लगभग 65 करोड रूपये की लागत से 132,33 केव्ही बिजली उपकेन्द्र का निर्माण कार्य के लिए सारी प्रक्रिया पुरी करने के बाद अब निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है,यह विद्युत उपकेन्द्र मैनपुर तथा देवभोग क्षेत्र के लाखों लोंगो के लिए वरदान साबित होगा। इस उपकेन्द्र के निर्माण हो जाने से मैनपुर, देवभोग व अमलीपदर क्षेत्र के लोगों को शीघ्र गुणवत्तापूर्ण पर्याप्त बिजली मिलेगी, इस क्षेत्र में लो-वोल्टेज के कारण अक्सर बिजली सप्लाई प्रभावित रहती है।
150 किलोमीटर दुरी से बिजली की हो रही है सप्लाई जिसके कारण लो वोल्टेज की रहती है समस्या
वर्तमान में गरियाबंद सढौली से देवभोग ओडिसा सीमा तक लगभग 150 किलोमीटर की दुरी में बिजली की सप्लाई हो रही है विद्युत लाईन संघन वन क्षेत्र से गुजरने के कारण आए दिनों आंधी तुफान बारिश में व जंगल होने के कारण बिजली के खंभो में तकनीकी खराबी के चलते भारी दिक्कतों का सामना करना पडता है, कई कई दिनों तक क्षेत्र में बिजली बंद हो जाती है, और लो वोल्टेज की समस्या से जुझना पड रहा है, लेकिन अब टावर के माध्यम से बिजली की सप्लाई जल्द प्रारंभ हो जाने से यह समस्या दुर हो जायेगी और दुरी कम होनें के कारण पर्याप्त बिजली क्षेत्र की जनता को मिलने लगेगी ।
क्या कहते है बिजली अफसर
बिजली विभाग रायपुर के कार्यपालन यंत्री यू के यादव ने बताया कि धमतरी जिले के चमेदा से इदागांव तक 132/33 केव्ही बिजली लाईन के लिए टावर के लिए 70 फांउडेशन का कार्य हो चुका है, कुल 235 टावर खडे किये जायेंगे और जून 2021 तक कार्य पुरा करने का लक्ष्य है ।