प्रांतीय वॉच

स्वास्थ्य एवं रोजगार की बंपर बजट : रूपसिंग साहू

Share this
पुलस्त शर्मा/ मैनपुर : सामाजिक कार्यकर्ता एवं कार्यकारी अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ युवा प्रकोष्ठ रायपुर संभाग रूपसिंह साहू  ने बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए सरकार द्वारा बजट आवंटन में बढ़ोतरी का स्वागत किया और कहा कि यह कदम देश में सभी के लिए चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आर्थिक गति बढ़ेगी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2021-22 के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र की खातिर 2,23,846 करोड रुपए की बजटीय आवंटन का प्रस्ताव रखा है मौजूदा वित्त वर्ष में यह आवंटन 94,452 करोड रुपए का है और अगले वित्त वर्ष के लिए इसमें 137 प्रतिशत इजाफा किया गया है साल 2021-22 के लिए स्वास्थ्य सेक्टर को 2.23 लाख करोड रुपए आवंटित होंगे कॉविड वैक्सीन के लिए साल 2021-22 के लिए 35 हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं अगर जरूरत पड़ी तो और आवंटित किया जाएगा केंद्र की नई योजना प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य भारत योजना लॉन्च की जाएगी इस योजना पर 6 वर्षों में करीब 64180 करोड़ खर्च होगा वित्त वर्ष 2021-22 में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर 223846 करोड़ खर्च होंगे साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ाने वाला युवाओं के लिए इस बजट में चार बड़े आकर्षण हैं नई शिक्षा नीति रोजगार के अवसर स्वरोजगार और आत्मनिर्भर भारत योजना बजट में वी शेप रिफॉर्म को महत्व दिया जिसका लाभ विकासशील युवाओं को मिलेगा 100 नए सैनिक स्कूल खोले जाएंगे जिसका लाभ युवाओं को मिलेगा 7 टैक्सटाइल पार्क बनाए जाएंगे जिसके कारण रोजगार के अवसर बढ़ेंगे युवाओं खासतौर पर स्टाटअप के लिए कर अवकाश का दावा की पात्रता को 3 1 मार्च 2022 तक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है इससे युवा उद्यमियों को आर्थिक मजबूती मिलेगी लेह लद्दाख के युवाओं के लिए सेंट्रल यूनिवर्सिटी की योजना एक ऐतिहासिक कदम है कपड़ा उद्योग को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी और सक्षम बनाने के लिए 3 वर्षों की अवधि में 7 टैक्सटाइल पार्क स्थापित किए जाएंगे बैंकों को घाटे से उबारने के लिए विशेष प्रावधान करते हुए  सरकारी बैंकों को 20000 करोड रुपए दिए जाएंगे इससे युवाओं को नाबार्ड के लिए भी आवंटन बढ़ाया गया है ताकि किसानों को ज्यादा फायदा मिले इससे ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को लाभ मिलेगा अर्थव्यवस्था को सीलिंग की तरफ ले जाने वाला यह बजट है मैंने जब यह बजट देखा तो   आब्जर्व किया कि यह वर्ष सभी के लिए सामान्य वर्ष न होकर एब्नार्मल वर्ष था कई ऐसे सेक्टर थे जो पूरी तरह से बंद हो गए थे तो यह बजट एक तरह से डैमेज कंट्रोल करने वाला मुझे लग रहा है क्योंकि दुनिया के कई देश ऐसे भी है जो इस कोरोना महामारी में तबाह हो गए हैं या इन देशों की अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई है ऐसे में हमारे देश के स्थिति फिर भी ठीक-ठाक है ।
Share this

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *