0 वरिष्ठ नेता भूपेश, महंत, सिंहदेव, उमेश पटेल, धनेंद्र सहित कई नेता भी अधिवेशन में
रायपुर। अहमदाबाद(गुजरात) में चल रहे कांग्रेस के अधिवेशन में छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद अकबर शामिल हुए। राज्य के कई बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल, राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.चरणदास महंत,छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, पूर्व मंत्री एवं विधायक उमेश पटेल, वरिष्ठ नेता धनेंद्र साहू, गिरीश देवांगन, अरुण वोरा, समेत कई अन्य नेता इस अधिवेशन में शामिल हुए हैं। गुजरात के अहमदाबाद में हो रहा यह कांग्रेस का 84 वां राष्ट्रीय अधिवेशन है। सोमवार 8 तारीख से शुरू हुआ अधिवेशन 9 अप्रैल को समाप्त हो रहा है। इस अधिवेशन में पार्टी 2027 में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए रोड मैप तैयार करने के साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाने की रणनीति तैयार करने में जुटी है। अधिवेशन के पहले दिन 8 अप्रैल को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक भी हुई। आज दूसरे दिन साबरमती रिवरफ्रंट पर मुख्य अधिवेशन हो रहा है, जिसमें देशभर से 1700 से अधिक कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल मौजूद हैं। ।
चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए, ईवीएम से नहीं
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस अवसर पर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार ने ऐसी तकनीक बनाई है, जिससे उन्हें फायदा हो और विपक्ष को नुकसान। उनका सुझाव है कि चुनाव बैलेट पेपर से होना चाहिए, ईवीएम से नहीं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र चुनाव भी धोखे से जीता। महाराष्ट्र में 150 सीटों पर लड़कर 138 पर जीत हासिल की गई, जो 90 प्रतिशत जीत है। ऐसा पहले कभी नहीं देखा। खड़गे ने आगे कहा- सब कुछ पता लगा लिया जाएगा, क्योंकि चोर चोरी करता है और आज नहीं तो कल पकड़ा जाएगा। अधिवेशन के दूसरे दिन की शुरुआत झंडा वंदन के साथ हुई। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष खड़गे ने कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा- नरेंद्र मोदी एक-एक करके सार्वजनिक क्षेत्र को बेचकर अपने दोस्तों को दे रहे हैं और देश को बेचकर चले जाएंगे। उनका मानना है कि जवाहरलाल नेहरू ने जो बनाया, उसे मोदी खत्म करना चाहते हैं, जबकि सरकार अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचा रही है। वे सिर्फ कांग्रेस को गालियां देते हैं, इसके अलावा कोई बात नहीं करते।