बिलासपुर। कांग्रेस के विधायक शैलेष पांडेय का दुब्र्यवहार होने की बात जग जाहिर है । प्रदेश कांग्रेस संगठन ने कोई कार्यवाही नही कि, एक खास सिपहसालार प्रदेश सचिव महेश दुबे टाटा महाराज के द्वारा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गत वर्ष छठ महोत्सव में भी किसी बात को लेकर अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए गाली दिया गया था तब भी जांच कमेटी गठित की गई थी जिसमें विधायक मोतीलाल देवांगन, मंजू सिंह के द्वारा जांच प्रतिवेदन दिया गया था और पूरा मामला ही दबा दिया गया । टाटा महाराज को क्लीन चिट दे गया। मुख्यमंत्री के बिलासपुर आगमन के समय नगर विधायक शैलेष पांडेय के साथ गुट विशेष के समर्थक ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष तैयब हुसैन ने कॉलर पकड़ दुब्र्यवहार किया गया था जिस पर मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने इसे गम्भीरता से लिया था और तत्काल कमेटी गठित कर तीन दिन में जांच कर प्रतिवेदन देने कहा गया उसी तारतम्य में कांग्रेस की तीन सदस्यीय समिति बिलासपुर पहुंच घटना के दौरान मौजूद लोगों से पूछताछ की जा रही है,और लोगों की बार बार यही चर्चा उठ रही है कि कहीं ये जांच टाटा महाराज की तरह तैयब हुसैन को भी न बचा ले। विधायक श्री पांडेय से भी कमेटी के समक्ष अपनी बात रखी है । उन्होंने बताया कि तैयब ने कॉलर पकड़ कर मेरा अपमान नही किया बल्कि कांग्रेस को मिले जनादेश का अपमान किया है, जिससे पूरे प्रदेश में कांग्रेस की छवि पर विपरीत असर हुआ है। बिलासपुर विधायक की बदसलूकी की जांच के लिए आज तीन सदस्यीय टीम में प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष चुन्नी लाल साहू, प्रदेश महामंत्री कन्हैया लाल अग्रवाल और पीयूष कोसरे पहुंचे । जांच के तीन दिन में से 2 दिन पूरा हो गया है अभी तक विधायक सहित कई नेताओं से पूछताछ की जा चुकी है।
विधायक शैलेष पाण्डे ने कमेटी के समक्ष रखी अपनी बात, कहा- कॉलर पकड़ कर मेरा अपमान नही बल्कि कांग्रेस को मिले जनादेश का तैयब हुसैन ने अपमान किया
