किरीट ठक्कर/ गरियाबंद। छुरा थानांतर्गत 3 जनवरी 2021 को नगर के मामूली पारा में एक युवक की लाश पायी गई थी। मृतक जयप्रकाश अग्रवाल विगत चार दिनों से गायब था और उसकी लाश घर के पीछे पड़ी थी , लाश को कुत्ते नोंच खसौट रहे थे कि पुलिस को घटना की सूचना मिली। सूचना पाकर मौके पर छुरा पुलिस टीम द्वारा पहुंचकर तस्दीक की गई। अज्ञात मृतक के चेहरे को कुत्तों द्वारा नोंचा खसोटा गया था जिससे पहचान मुश्किल हो रही थी। छुरा थाना प्रभारी संतोष भुआर्य द्वारा घटना की जानकारी जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को दी गई। मौके पर पुलिस के आला अधिकारियों के साथ डॉग स्क्वायड टीम भी पहुंची।ट्रैकर डॉगी ‘ मैगी , द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करते सीधे मृतक जय प्रकाश अग्रवाल एवं पड़ोसी संदेही आरोपी देवराज साहू उर्फ गोलू के घर पहुंचकर अंधे कत्ल के सुराग उपलब्ध करायें। पुलिस द्वारा संदेही आरोपी देवराज को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि देवराज का अवैध संबंध मृतक की पत्नी सुमन अग्रवाल से विगत चार पांच माह से था। करीब एक माह पूर्व देवराज तथा सुमन को मृतक जयप्रकाश ने आपत्तिजनक अवस्था में देख लिया गया था जिसके बाद उसने अपनी पत्नी व देवराज उर्फ गोलू के साथ मारपीट व गाली गलौज की थी।
मृतक जयप्रकाश की मारपीट व गाली गलौज से हताश साथ ही अवैध संबंध के बीच रोड़ा बन चुके जयप्रकाश को रास्ते से हटाने का निर्णय सुमन तथा देवराज कर चुके थे।
इन्हें 29 दिसम्बर को मौका मिला , तब जब मृतक ने आरोपी देवराज को फोन कर अपने घर बुलाया। मृतक उस समय शराब के नशे में था जब देवराज उसके घर पहुंचा। घर पर हुये विवाद के बीच आरोपी देवराज ने गमछे से जयप्रकाश का गला घोंट दिया। फिर दोनों ने मिलकर लाश घर की छत से नीचे डाल दी। फिर देवराज ने लाश पर साड़ी व सीमेंट खाली बोरियां डालकर ढंक दिया। पुलिस को गुमराह करने की नीयत से जयप्रकाश की मोटरसाइकिल मस्जिद पारा में खड़ी कर दी।
पुलिस टीम के द्वारा मृतक की पत्नी को हिरासत में लेकर की गई पूछताछ में आरोपी देवराज के साथ मिलकर घटना कारित करना तथा अपने पति के शव को छिपाने में देवराज की मदद करना बताई है।
दोनों आरोपियों द्वारा अपना जुर्म स्वीकार करने पर प्रकरण में धारा 34 भादवि जोड़ी जाकर घटना में प्रयुक्त गमछे की जली राख ,मृतक की मोटरसाइकिल , मोबाइल आरोपी की निशानदेही पर बरामद किया गया है। जिसके बाद दोनों आरोपियों को विधिवत गिरिप्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।

