मजदूर संगठनों के आव्हान पर स्वस्फूर्त बंद रहा किरंदुल।
धीरज माकन
किरंदुल । केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों,सरकारी उपक्रमों का विनिवेशीकरण,श्रम संहिताओं को तत्काल निरस्त करने जैसी अनेक मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर उतरे श्रमिक संगठनों के आव्हान पर शुक्रवार को संपूर्ण लौह नगरी किरंदुल स्वस्फूर्त बन्द रही।
शुक्रवार सुबह से ही बंद का व्यापक असर दिखने लगा एन एम डी सी परियोजना के विभिन्न संयंत्रों के साथ साथ व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे,पेट्रोल पंप ,मेडिकल और अन्य दैनिक उपयोगी संस्थाओं को बंद से अलग रख गया था,शुक्रवार को एक दिवसीय हड़ताल का व्यापक असर स्थानीय परियोजना एन एम डी सी में देखने को मिला श्रमिक संगठनों के पदधिकारी अलसुबह से ही विभिन्न संयंत्रों के मुख्य द्वार को बाधित कर किसी भी कर्मचारी और अधिकारियों को कार्य स्थल पर जाने से रोकते देखे गए,इंटुक और एटक के संयुक्त तत्वाधान में हो रहे इस आंदोलन की वजह से स्थानीय परियोजना को करोड़ों का नुकसान पंहुचने का अंदेशा जताया जा रहा है,
लोडिंग प्लांट,स्क्रीनिंग प्लांट,सी आई एस एफ चेक पोस्ट आदि प्रमुख जगहों पर संगठन के लोगों ने बैठ कर केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जम कर नारेबाजी भी की।हड़ताल की वजह से ए एम एन एस के बेनिफिकेशन प्लांट,एस पी थ्री के निर्माणाधीन परियोजना,कल्पतरु इंटरनैशनल के आवासीय प्रोजेक्ट को भी नुकसान का अंदेशा लगाया जा रहा है।श्रमिक संगठन एटक के सचिव कामरेड राजेश संधू और इंटक के सचिव ए के सिंह ने कहा कि अगर केंद्र सरकार मजदूरों के वाजिब मांगों को नही मानेगी तो आगे और उग्र आंदोलन किया जाएगा ।