बिलासपुर

नगर के मशहूर रिवर व्यू प्वाइंट में पालतू डाग द्वारा जगह-जगह पाटी कर दिए जाने से रोज हो रहा विवाद प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं

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नगर के मशहूर रिवर व्यू प्वाइंट में पालतू डाग द्वारा जगह-जगह पाटी कर दिए जाने से रोज हो रहा विवाद
प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं

– सुरेश सिंह बैस
बिलासपुर। नगर में अरपा नदी के तट पर रिवरव्यू पॉइंट वैसे तो पर्यटकों के आमोद प्रमोद के लिए बनाया गया है। लेकिन सुबह हो या शाम यहां पहुंचने वाले शहर के नागरिक यहां अजीब समस्या का सामना कर रहे हैं। यहां यह कहना लाजमी होगा कि पशु प्रेम जरूरी है लेकिन इसी के साथ स्वच्छता और अनुशासन की भी आवश्यकता होती है। बताया जा रहा है कि आसपास रहने वाले लोग सुबह और शाम को अपने घर में पलने वाले पालतू कुत्तों को लेकर यहां घूमने आते हैं, जिनके द्वारा जगह-जगह पॉटी कर दी जाती है। जिस वजह से पूरा क्षेत्र गंदगी और दुर्गंध से भर चुका है।

सुबह-सुबह यहां ताजी हवा की तलाश में सैर करने आने वाले लोगों को इसी बदबू का सामना करना पड़ता है। इधर-उधर फैले मल मूत्र पर अक्सर पांव पड़ जाने से अजीब सी स्थिति बन जाती है। पालकों के द्वारा ले गए कुत्ते न केवल जहां तहां मलमूत्र विसर्जित कर रहे हैं बल्कि वे सुबह-सुबह घूमने आने वाले लोगों पर भोंकते और उन्हें काटने का भी प्रयास करते हैं। विडंबना यह है कि जब ऐसे कुत्ता पालने वाले लोगों को इस बात का अहसास कराया जाता है तो वे इस बात को समझने या सहयोग करने की बजाय उल्टे शिकायत दर्ज करने वालो से ही उलझ पड़ते हैं।
खुद को बड़ा पशु प्रेमी बताने के चक्कर में वे इंसानों की भावनाओं और तकलीफ को भी समझ नहीं पा रहे हैं। नगर में गिनती के ऐसे चंद जगह बचे हैं जहां लोग ताजी हवा की तलाश में या फिर सुबह और शाम वक्त बिताने के लिए पहुंच सकते हैं। जिनमें से अरपा नदी के तट पर बना यह रिवर व्यू भी है। लेकिन यहां साफ सफाई और दूसरे इंतजाम न होने से लोगों का मजा किरकिरा हो रहा है। रिवर व्यू पर बने गेट या तो टूट चुके हैं या फिर कबाड़ चोरों ने तोड़कर उन्हें बेच दिया हैं। इस कारण से यहां हर वक्त स्ट्रीट डॉग और गाय बैल देखे जा सकते हैं। जिनके द्वारा जगह-जगह मलमूत्र भी कर दिया जाता है। पूरा क्षेत्र कुत्तों के पॉटी और गाय के गोबर से अटा पड़ा है।अब ऐसी जगह भला कौन शाम बिताने आएगा ? लेकिन इसे लेकर ना तो प्रशासन गंभीर है और ना ही लोगों में ही इतनी जागरूकता है।अन्य महानगरों की तरह शहर में भी कुत्ता पालने के शौकीनों की संख्या बढ़ती जा रही है।, उनके लिए यह पालतू अपनी औलाद से काम नहीं है। लेकिन उन्हें यह भी सोचना चाहिए कि कुत्ते भले ही कितने ही प्रिय क्यों ना हो लेकिन उनके द्वारा फैलाई जा रही गंदगी कोई कैसे स्वीकार कर सकता है ? कुत्ता पालना उनका अधिकार है। लेकिन उन्हें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि वे शहर और सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता का ध्यान रखें। पालतू कुत्तों को उचित स्थान पर मल त्याग कराना उनका कर्तव्य है, ना कि उन्हें अपने साथ सैर सपाटे के नाम पर किसी पब्लिक प्लेस पर लाकर वहां यह गंदगी फैलाना ।आम लोगों की बात वैसे भी कुत्ता पालने वाले मान नहीं रहे
हैं , ऐसे में शासन प्रशासन को ही कोई कड़ा कदम उठाना होगा। नहीं तो वह दिन दूर नहीं जब शहर का रिवर व्यू प्वाइंट भी गंदगी का ढेर बन कर रह जाएगा। और यहां फिर कोई पर्यटक पलट कर नहीं आएगा।

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