प्रांतीय वॉच

क्वारंटाइन सेंटर में कोरोना से ग्रसित लोगों को जानवरो जैसा रखा जा रहा हैँ – प्रकाश गोटा

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( बीजापुर ब्यूरो ) |  छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर संभाग के जिलों मे काशकर बीजापुर मे कोविड-19 महामारी के नाम पर बस्तर मे लोगों के साथ दुर्व्यवहार जानवरों जैसा बर्ताव किया जा रहा है लोगों को क्वारंटाइन के नाम पर जबरदस्ती भरा जा रहा है ताकि राज्य केंद्र तक इनका नाम की सूची तैयार कर मोटा रखम हथियाने अधिकारी नेता अपना जेब भर रहे हैँ फ्री क्वारंटाइन सेंटर घटिया व्यवस्था को देखकर लोगों को होटल मे रहने को मजबूर किया जा रहा है प्राइवेट होटलों से सेटिंग कर उनसे मोटा कमीशन लिया जा रहा है फ्री क्वारंटाइन सेंटर घटिया खाश थर्ड क्लास का खाना परोसा जा रहा है और कोरोना के नाम पर कुछ ज़्यदा ही भय फैलाया जा रहा हैँ जबकि डरने की जरूरत नहीं हैँ.* *जैसा डॉक्टर बता रहे हैं वैसा करना है और कोरोना के नाम पर आरटी पीसीआर टेस्ट सैम्पल का रिपोर्ट महीनों तक नहीं मिल रहा है RDT कीट सरकार मुहैया नहीं कर पा रही है COVID-19 पॉजिटिव आने के बाद ट्रीटमेंट कर तीन दिन बाद डिस्चार्ज किया जा रहा है बिना जाँच के कैसे पता चल रहा है कोरोना पॉजिटिव है या नेगेटिव है जबरदस्ती लोगों को परेशान किया जा रहा है। होम क्वारंटाइन किसी को नहीं दिया जा रहा हैँ। बाकि बस्तर संभाग को छोड़ कर दूसरे जिलों मे होम क्वारंटाइन कैसे दिया जा l बस्तर के जिलों लोगों को जबरदस्ती जानवरो जैसा रखा जा रहा हैँ कल ही जगदलपुर कोविड-19 सेंटर में आइसोलेशन वार्ड के अन्दर गाय बैल घूम रहा था ये कैसी घटिया व्यवस्था है आइसोलेशन वार्ड कोई माय बाप नहीं है क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने वाले लोग आतंकवादी नहीं है माओवादी नहीं है कोई कैदी नहीं है तो आप ऐसा बर्ताव कैसे कर सकते है यही हाल पूरे प्रदेश का है कोरोना के नाम पर कालाबाजारी भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है।*

*नेता अधिकारियों को परमिशन मिल जाता है आम आदमी को कोई परमिशन नहीं मिल रहा है। बीजापुर जिला कलेक्टर दूसरा जिला गया था एसी भी दूसरा जिला गया था जबकि रायपुर बिलासपुर ये सब रेड जोन है बीजापुर जिले का मद्देड़ का रेंजर हैदराबाद गया था आकर खुलेआम घूम रहा है उस पर कार्यवाही नहीं हो रहा है मैं नियमनुसार प्रशासन को अवगत कराया मुझे कानूनी कार्यवाही का धमकी दिया गया था। अधिकारी जनप्रतिनिधि दूसरे राज्य जाकर आ रहे है खुलेआम घूम रहे हैं बस्तर में।*
*क्या नियम केवल आम आदमी के लिए हैँ? अधिकारी जनप्रतिनिधियों के लिए अलग नियम है? बाकी बस्तर संभाग को छोड़कर दूसरे जिलों मे जिलों होम ओम क्वारंटाइन सुविधा उपलब्ध है। क्या बस्तर मैं किसी और राज्य का कानून चलता है। बस्तर मे सब तमाशा बना के रख दिए हैं ऐसा दुर्व्यवहार बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा यह नींदनीय है पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि दोनों आपस में मिले हुए हैं। कोरोना नाम पर गरम तावे पे रोटी सेंक रहे है कोरोना के नाम पर कालाबाजारी भ्रस्टाचार बंद करो अच्छा खाना फ्री क्वारंटाइन सेंटर मे सुविधा की मैं मांग करता हूँ* ।

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