सरस्वती शिशु मन्दिर में कौशल सिंह राज बने निर्विरोध व्यवस्थापक
पाली/ सुरेंद्र सिंह ठाकुर। नगर पंचायत पाली में दो दशक से संचालित सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाली की कार्यकारिणी की बैठक में कौशल सिंह राज को निर्विरोध व्यवस्थापक चुना गया है.
पाली नगर पंचायत में संस्कार युक्त हिंदी भाषी शिक्षण संस्थान में सरस्वती शिशु मंदिर अग्रणी नाम है. जिसकी स्थापना पाली में 1993 में महज दो कमरे में कुछ कक्षाओं के 40 बच्चों के साथ रखी गई थी. आज इंग्लिश मीडियम स्कूल के बढ़ते क्रेज के बीच विपरीत परिस्थिति में भी अरुण उदय से कक्षा 12वीं तक 400 बच्चे इस संस्था में अध्यनरत हैं. जो विद्यालय संचालन के लिए गठित श्री शक्ति दाई शिक्षण समिति के परिश्रम और प्रयास का सदफल है.विद्यालय सभागार में गत दिनों आयोजित समिति की बैठक में पदाधिकारी ने नई कार्यकारिणी का गठन कर सर्वसम्मति से कौशल सिंह राज को व्यवस्थापक चुना.उल्लेखनीय है कि श्री राज शुरू से इस संस्था से जुड़े हैं जो पूर्व में प्रबंध कारिणी के अध्यक्ष एवं व्यवस्थापक के पद पर कई बार चुने गये हैं, साथ ही ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंच की भूमिका तथा ग्राम पंचायत से नगर पंचायत के अस्तित्व में आने पर नगर पंचायत पाली के प्रथम अध्यक्ष के पद पर अपनी महती भूमिका का योगदान कर चुके हैं. साथ ही भारतीय जनता पार्टी में अनेकों बार विभिन्न पदों पर अपना दायित्व निर्वहन किए हैं,वर्तमान में आदिवासी समाज के विकास एवं उत्थान के लिए सक्रियता से कार्य कर रहे हैं. शक्तिदाई शिक्षण समिति द्वारा चुनाव होने पर पुनः कौशल सिंह राज को निर्विरोध व्यवस्थापक पद का दायित्व सौपा गया है। जिससे समिति व विद्यालय परिवार में खुशी व हर्ष व्याप्त है। विद्यालय परिवार की ओर से प्राचार्य चूड़ामणि साहू ने समिति में नव नियुक्त पदाधिकारियों को मंगल शुभ कामनायें व आभार समर्पित किये ।