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शिक्षा विभाग को हैंड ओवर करने से पहले पड़ी दरार, 88 लाख रुपए की लागत से बनी हाई स्कूल भवन भ्रष्टाचार की चढ़ गई भेंट

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कमलेश रजक/ मुंडा : बलौदा बाजार विकासखण्ड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत करदा का शासकीय हाई स्कूल भवन शिक्षा विभाग को हेण्ड ओवर होने से पहले ही जगह-जगह पर दरारें पड़ गई। बारिश होने पर छत से पानी टपक रहा था । करदा के इस हाईस्कूल भवन को 88 लाख रूपये की लागत से नया स्कूल भवन तो तैयार कर दिया गया है, लेकिन यह स्कूल भवन हैंडओवर से पहले ही स्कूल का कमरा, चबुतरा व दीवालों में दरारे पड़ गई हैं साथ ही छत से पानी टपक रहा है।15 कमरों से बनी इस हाई स्कूल भवन में 15 जगहों से अधिक दीवालों में दरारें पड़कर टुटने के कगार पर पहुंच चूकी है। एक साल पहले ही इस स्कूल भवन को तैयार किया जा चूका है, लेकिन इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से सभी शिक्षण संस्थाएं बंद होने की वजह से यह स्कूल भवन भी बंद पड़ी हुई है।
लोक निर्माण विभाग की अनदेखी व ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण सामाग्री का उपयोग कर लापरवाही पूर्वक इस भवन को तैयार किया गया। जिसकी वजह से निर्माण के महज कुछ ही महिनों में यह हाई स्कूल भवन शिक्षा विभाग को हैंडओवर करने से पहले ही दीवालों पर दरारें पड़कर छत से पानी टपक रहा है। ग्राम करदा के ही व्यक्ति व पूर्व जनपद सदस्य फुलसाय साहू ने बताया कि प्राइमरी स्कूल पहुंच मार्ग के लिए करीब 20 साल से कच्ची रोड़ बन चूका है, वही प्राथमिक स्कूल से हाई स्कूल पहुंच मार्ग की दूरी डेढ़ किलो मीटर है, उक्त मार्ग का सीसी रोड नहीं बन पाने की वजह से विद्यार्थियों को स्कूल आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। फिलहाल इस वर्ष तो कोरोना महामारी की वजह से सभी शिक्षण संस्थाएं बंद है। लेकिन सीसी रोड की अभाव की वजह से ग्रामीणों व स्कूली विद्यार्थियों कों बरसात के दिनों में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वही हाई स्कूल भवन निर्माण की बात करें तो ठेकेदार द्वारा गुणवत्ताहीन निर्माण सामाग्री का उपयोग कर स्कूल भवन का निर्माण तो कर दिया है। लेकिन शिक्षा विभाग बलौदाबाजार को हैण्डओवर करने से पहले ही उक्त भवन के अधिकांश कमरा, चबुतरा, दीवालें काफी जर्जर हो गई है, साथ ही बरसात के दिनों में छत से पानी टपक रहा था। प्रवासी मजदूरों के लिए 14 दिनों का क्वारेंटाईन सेन्टर इस स्कूल भवन को बनाया गया था जहां पर रहने वाले प्रवासी मजदूर डर-डरकर अपना 14 दिन किसी भी तरह से गुजारे है।लोकनिर्माण विभाग से मांग है कि ठेकेदार को फटकार लगाकर उक्त हाई स्कूल भवन की मरम्मत कार्य ठीक से कराये। मरम्मत के बगैर इस स्कूल भवन में बैठकर विद्यार्थियों को पढ़ाई करना अपने आप को जानबुझकर जान जोखिम डालने वाली बात होगी। दीवारें ढहने से कभी भी अनहोनी घटना घटित हो सकती है।
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर श्री देवांगन ने कहा कि मेरा कथन मत लो ठेकेदार द्वारा मरम्मत का कार्य कराया जा रहा है

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