रेड नदी से मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन कर वाहनों से किया जा रहा परिवहन रेत माफिया सक्रिय
रेत का अवैध भंडारण कर दूसरे राज्यों में खपाया जा रहा रेत
सरगुजा। जिले के लखनपुर व उदयपुर के सीमा में बहने वाले रेड़ नदी के कवलगिरी, जजगा, जजगी, मोहनपुर, लिपिंगी, कोरजा,तराजू, चैनपुर, जमगला, बगदर्री घाटो से लंबे समय से रेत माफियाओं द्वारा बड़े स्तर पर नदी के अंदर पोकलेन मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन कर ट्रैक्टर टीपर हाइवा सहित अन्य वाहनों से रेत परिवहन सरगुजा जिला सहित दुसरे राज्यों में किया जा रहा है। रेत माफिया एनजीटी की गाइडलाइन और तमाम नियमों को ताक पर रखकर रात के अंधेरे व दिन के उजालों में रेड नदी में पोकलेन मशीन लगाकर रेत का अवैध उत्खनन कर आधे रास्ते तक दर्जनों वाहनों के माध्यम से से परिवहन किया जाता है। तथा एक जगह रेत का भंडारण कर टीपर सहित हाइवा वाहन के माध्यम से सरगुजा जिला सहित दूसरे राज्यों में रेत का तस्करी किया जा रहा है। शासन को प्रतिदिन लाखों रुपए का चूना रेत माफियाओं के द्वारा लगाया जा रहा है।इतने बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन होने के बावजूद प्रशासन और खनिज विभाग आंखें मूंदे बैठे हैं। कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दिया जाता है। 18 जून दिन रविवार को ग्राम बगदर्री के ग्रामीणों ने बताया कि रेड नदी के बगदर्री घाट से रेत माफियाओं के पोकलेन मशीन लगाकर बड़े स्तर में अवैध उत्खनन कर दर्जनों ट्रैक्टर वाहनो के माध्यम से आधे रास्ते तक परिवहन किया जा रहा है। तथा एक जगह रेत का भंडारण कर टीपर हाईवा वाहन के माध्यम से जिला सहित दूसरे राज्यों में रेत का खपाया जा रहा है। वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा घरेलू उपयोग के लिए रेत लाए जाने पर खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही की जाती है। परंतु अब तक रेत माफियाओं के खिलाफ़ कार्यवाही प्रशासन और खनिज विभाग के द्वारा नहीं की गई है। प्रशासन और खनिज विभाग के द्वारा अवैध रेत उत्खनन व परिवहन पर अंकुश लगाने कोई सार्थक पहल नहीं किया गया है। रेत माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है कि बड़े पैमाने पर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन और खनिज विभाग किस प्रकार से इन रेत माफियाओं पर लगाम लगाती है या फिर रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन बदस्तूर जारी रहता है।
“”””” अवैध रेत का भंडारण कर दूसरे राज्यों में खापाया जा रहा “””””
बरसात से पूर्व रेत माफियाओं के द्वारा बड़े स्तर से रेत का अवैध उत्खनन कर कोरजा लटोरी टपरकेला ,लखनपुर, अंबिकापुर सहित जिले के अन्य स्थानों में अवैध रेत का भंडारण किया जाता है। बरसात के दिनों में ऊंचे दामों पर रेत का बिक्री किया जाता है।यही नहीं बड़ी मात्रा में ट्रकों के माध्यम से बिहार यूपी सहित अन्य राज्यों में रेत खापाया जाता है। रेत माफियाओं को एनजीटी एक्ट का भी कोई खौफ नहीं है यह बेखौफ होकर रेत की तस्करी कर रहे हैं।
“”””””एनजीटी सहित तमाम नियमों को रेत माफिया दिखा रहे ठेंगा”””””
जून माह से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) एक्ट लागू होने के बाद रेत उत्खनन पर 4 माह के लिए रोग लगा दी जाती है। इस हिसाब से अब नदी से उत्खनन नहीं हो सकता निगरानी के लिए टास्क फोर्स का गठन किया जाता है। लेकिन इसका पालन नहीं हो रहा है। बारिश नहीं होने से नदिया अभी सुखी है। रेत माफिया एनजीटी को ठेंगा दिखा पोकलेन मशीन लगाकर बेधड़क रेत निकाल रहे हैं।
“”””””खनिज निरीक्षक विवेक साहू””
रेत के अवैध उत्खनन व परिवहन के मामले में खनिज निरीक्षक विवेक साहू चर्चा करने पर उनके द्वारा कहा गया कि जांच कर रेत माफियाओं पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।