क्षेत्र में कुकुरमुत्ता की तरह संचालित अवैध गमला भट्ठा तस्करों द्वारा गमला भट्ठे में खापाया जा रहा अवैध कोयला
खनिज व पुलिस के संरक्षण में फल फूल रहा अवैध कारोबार
सरगुजा। जिले के लखनपुर थाना क्षेत्र में खनिज व पुलिस के संरक्षण में अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। थाना क्षेत्र अंतर्गत कुकुरमुत्ता की तरह गमले भट्ठे संचालित है। इन गमले भट्टों में तस्करों के द्वारा बड़ी मात्रा में कोयला खापाया जा रहा है। वह खनिज व पुलिस विभाग आंखें मूंदे हुए हैं कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर दिया जाता है।लखनपुर क्षेत्र दशकों से कोयला और इट संबंधी मामलों में हमेशा सुर्खियां रहा है। लखनपुर विकासखंड के परसोडी कला, कटकोना, अमेरा चीलबिल में अवैध गड्डे खोदकर कोयला उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है कोयला तस्कर सक्रिय हैं और इस कोयले को आसपास गांव दूसरे थाना क्षेत्र सहित अन्य जिलो के गमला भट्ठा में खा पाया जा रहा है।
लखनपुर क्षेत्र कई ग्राम में नदी किनरे अवैध कोयले का उत्खनन किया जाता है और आसपास गांधीनगर थाना मणिपुर थाना उदयपुर थाना सूरजपुर जिला के जयनगर थाना सहित कई क्षेत्रों में बेखौफ कोयला उत्खनन कर खा पाया जाए
लखनपुर विकासखंड के अंतर्गत अमेरा खुली खदान के बगल में घुमघुटा नदी किनारे तलीय (उपरिय) क्षेत्र में ओपन कास्ट खदान की तरह ग्रामीणों द्वारा दर्जनों स्थानों पर कोयला तस्करों के द्वारा खुलेआम कोयले का उत्खनन कराया जारहा है और तस्करो द्वरा गमला इट भट्ठा में अवैध कोयला बेखौफ होकर खा पाया जा रहा है ।
आसपास के क्षेत्र में कुकुरमुत्ता की तरह फैले गमला ईट भट्ठा में में अवैध कोयला तस्करों द्वारा कोयला
खपाया जा रहा हैं-
इन थाना क्षेत्रों में जैसे गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मणिपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत सूरजपुर जयनगर थाना अंतर्गत सहित लखनपुर के ग्राम गुमगरा , बिनकरा, गणेशपुर ,कटकोना ,भरतपुर, लटोरी ,बगदर्री , निम्हा , पुहपुटरा,सिरकोतंगा , रजपुरीकला,लहपटरा,केवरीकेवरी,केवरा,कोसंगा ,चोड़या, तिरकेला, बिनिया, पटकुरा, अरगोती , जमग्वा,,कुसू, प्रतापपुर, बेलदगी, कोंसगा, सहित आसपस के क्षेत्रों में अवैध कोयला तस्करों द्वारा गमले ईट भट्ठे में धड़ल्ले से खपाया जा रहा है।
कोयला तस्करों ने किया नया निजात ट्रैक्टर और ट्रक को छोड़ सैकड़ों मोटरसाइकिल से कराया जा रहा है कोयले का परिवहन-
कोयला तस्करों के द्वारा लखनपुर क्षेत्र में पूर्व की भांति ट्रैक्टर और ट्रक के माध्यम से कोयला परिवहन कराया जाता था। परंतु अब कोयला तस्करों के द्वारा सैकड़ों मोटरसायकल में प्रतिदिन 20 से 30 ट्रेक्टर कोयला परिवहन धड़ल्ले से किया जा रहा है। तो वही मोटरसाइकिल के माध्यम से कोयले को एक जगह डंप करा कर आधी रात के बाद ट्रक में भी कोयला की तस्करी की जा रही है। सरगुजा जिले सहित अन्य जिलों में खापाया जा रहा है। कार्यवाही के अभाव में तस्करों के हौसले बुलंद है। प्रशासन की मौन स्वीकृति मानी जा रही है।
नदी किनारे 50 से भी अधिक संख्या में गड्ढा खोदकर तस्करो द्वारा कोयला उत्खनन किया जा रहा
लखनपुर के क्षेत्र कोयला तस्करों का चारा का बना हुआ है जिसमें मुख्य रुप से अमेरा, चिलबिल, परसोडी कला, कटकोना , नागमाडा, खाल कछार नदी के तटीय क्षेत्रों में दर्जनों की संख्या में कोयला तस्कर रात्रि में जेसीबी लगाकर गड्ढा खोदते हैं और दिन में मजदूर के माध्यम से कोयला उत्खनन किया जाता है वहीं दूसरी ओर लखनपुर के परसोंढी कला के नदी दर्जनों की संख्या में खतरनाक बड़ा बड़ा का गड्डा मजदूर के माध्यम से खोदवाया जारहा है और तस्कर कोयला उत्खनन किया जा रहा है। वही ग्राम गुमगरा कला के नाग माड़ा में भी कई जगह बड़े-बड़े गड्ढे खोदकर कोयले का उत्खनन किया जा हैं।
वन भूमि क्षेत्र में तस्कर गड्ढा खोदकर निकाल रहे अवैध कोयला
लखनपुर क्षेत्र के सुप्रसिद्ध कोयला खदानों में ग्राम पंचायत अमेरा चिलबिल कटकोना परसोडी कला हमेशा ही बदनाम सुधा रहा है उसी तारतम्य गुमगरा कला के नागमाडा स्थित वन भूमि में भी कोयला तस्करों द्वारा कोयले का उत्खनन किया जा रहा है जिसमें वन विभाग भी मौन स्वीकृति दी हुई है।
विद्युत विभाग भी कोयला तस्करों के प्रति मेहरबान-
50 से भी अधिक संख्या में कोयला तस्करों द्वारा नदी किनारे बड़े-बड़े मशीन से गड्ढा खोदकर अवैध कोयले का उत्खनन किया जाता है जिसमें निकलने वाली पानी को कोयला तस्करों द्वारा अवैध विद्युत कनेक्शन के माध्यम से बड़ी-बड़ी मोटर लगाकर पानी निकाला जाता है सूत्रों की माने समय-समय पर विद्युत विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच कोयला तस्करों से अवैध उगाही काफी मामला प्रकाश में आया है।
शासन को लाखों रुपए का हो रहा राजस्व नुकसान-
जिस तरह लखनपुर क्षेत्र में कोयले का लगातार उत्खनन तीव्र गति से बढ़ा है और बाहरी तस्करो का भी इस कोयला कार्य में संलिप्ता बढ़ती जा रही है जिसके कारण कई जगह 50 से भी अधिक कोयला उत्खनन बड़ा बड़ा गड्ढा देखा जा सकता है। जिससे शासन को करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान भी हो रहा है।
खनिज विभाग और पुलिस विभाग के संरक्षण में अवैध कोयले तस्करी कार्य फल – फुल रहा है
लखनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बीच-बीच में प्रशिक्षु आईपीएस और प्रशिक्षु डीएसपी के आने से कोयला तस्करों में हड़कंप मचा हुआ था पुलीस विभाग और खनिज विभाग के आला अधिकारियों के साथ कोयला तस्करों का मधुर संबंध होने से कोयले उत्खनन में संरक्षण देने की बात उठ रही है। जिसके कारण कोयला तस्कर बेखौफ होकर कोयले का अवैध कारोबार किया जा रहा है।
“””””खनिज निरीक्षक विवेक साहू”””””
लखनपुर क्षेत्र के खनिज निरीक्षक विवेक साहू के द्वारा इस संबंध पर पूछे जाने पर बताया कि अवैध गमले ईट भट्ठा की जानकारी हमें नहीं है आप के माध्यम से पताचलरहा है मामला संज्ञान में आया है मामले को गंभीरता से लेते हुए शक्ति से अवैध गमलों भट्टो संचालकों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी और पुलिस में अपराध दर्ज भी कराया जाएगा पूर्व में भी कुछ अवैध गमला ईट भट्ठा के संचालकों के ऊपर अपराध दर्ज कराया गया था। वही अवैध कोयला उत्खनन गड्ढों को भी मशीन के माध्यम से मिट्टी डालकर पाटने का भी काम किया जाएगा।
“”””कनिष्ठ यंत्री सादाब अहमद”””
इस संबंध पर विद्युत विभाग के कनिष्ठ यंत्री सादाब अहमद के द्वारा पूछे जाने पर बताया गया है कि मेरी जानकारी में यह बात नहीं है अगर अवैध कनेक्शन लेकर पंप लगाकर पानी निकालने का कार्य खदानों से किया जा रहा है तो उसके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
“”””””रेंजर सूर्यकांत सोनी “””””
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी सूर्यकांत सोनी से बात करने पर उनके द्वारा कहा गया कि मुझे आप के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त हुई है अगर वन परीक्षेत्र के अंतर्गत अवैध गड्ढा खोदकर कोयला उत्खनन किया जा रहा है तो उसके ऊपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। मौका जांच के लिए टीम भेजा गया है।
पुलिस अनुविभागीय अधिकारी (ग्रामीण)अखिलेश कौशिक से इस संबंध में बात करने पर उनके द्वारा कहा गया कि पुलिस के द्वारा लगातार कारवाही की जाती है और हाल फिलहाल में धारा 41 (1_4) 379 के तहत कार्यवाही की गई है। पुलिस के द्वारा आगे भी कार्यवाही की जायेगी।