बिलासपुर के अशोकनगर में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन
बिलासपुर | अशोक नगर बिलासपुर में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन सुदामा चरित्र की कथा सुनाते हुए व्यास आचार्य पंडित रोहिणी तिवारी जी ने कहा कि मित्रता करनी हो तो भगवान श्री कृष्ण व सुदामा की तरह करें। भगवान श्री कृष्ण ने अपने मित्र की परेशानियों को उसके बिना बताए ही समझ जाते हैं और उसे अहसास तक नहीं होने देते है, वे उसकी मदद कर दिए हैं। दो मुट्ठी चावल के बदले सुदामा को दो लोको का स्वामी बना दिया। जबकि स्वाभिमानी ब्राह्मण सुदामा ने भी बाल्यकाल में श्रापित चने को कृष्ण से छिपाकर स्वयं खाकर पाप का अकेले भागीदार बन सच्ची मित्रता की मिसाल बन गए। उन्होंने आगे कहा कि चाहे हम कितने भी शिक्षित हों, धनवान हों, उच्च पदों पर आसीन हों मित्र के प्रति हमेशा विनम्र समभाव रखना चाहिए। ईश्वर को धन दौलत, सोने चांदी से नहीं तौला जा सकता।