आंदोलनरत युवा कोंग्रेस एवं अप्रेण्टरशिप शिक्षुओं की एसईसीएल घेराव के बाद प्रबंधन से चर्चा
बिलासपुर /वॉच ब्यूरो-
एसईसीएल द्वारा छत्तीसगढ़िया बेरोजगारों की लगातार अनदेखी की जा रही है, अपरेंटेरशिप शिक्षुओं द्वारा प्रशिक्षण के दौरान लेबर कार्य कराने का आरोप भी आंदोलनरत छात्रों द्वारा लगाया जाता रहा है, एसईसीएल भतियों में भाई भतीजावाद कर अपनो को लाभान्वित करने का कार्य प्रबंधन द्वारा वर्षों से किया जाने, युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने, भू विस्थापितों एवं आश्रित मामलों के निराकरण एवं ऐसी कुसंगतियों और छत्तीसगढ़िया बेरोजगार विरोधी एसईसीएल के रवैये के विरुद्ध युँका का 09 सूत्रीय माँगो को लेकर घेराव प्रदर्शन किया गया।
सर्वप्रथम डिसेम्बर माह में युँका का एक प्रतिनिधिमंडल मुलाक़ात कर बेरोजगारों के हित में सकारात्मक निर्णय लेने बात रखी दिनांक २३/१२/२३ की युँका जाएगा। ए प्रबंधन की उक्त बैठक में बेरोजगारों हेतु शीघ्र सीधी भर्ती निकालने आश्वस्त किया गया था परिणाम स्वरूप माइनिंग सरदार एवं सर्वेअर पद की भर्ती प्रक्रिया का नोटिफिकेशन भी जारी किया गया परंतु अपरेंटेरशिप के 4200 शिक्षुओं हेतु किसी भी प्रकार से प्रबंधन द्वारा सुध नहीं लिए जाना प्रबंधन की वादा खिलाफी एवं आंदोलनरत बेरोजगारों की अनदेखी निरूपित हो रही थी।
लगातार युवा कोंग्रेस द्वारा गया। प्रबंधन से चर्चा कर इस जनहितैषि कार्य में एसईसीएल द्वारा सकारात्मक पहल करने के आग्रह के बाद भी पहल ना हो पाने से क्षुब्ध युवा कोंग्रेस द्वारा एसईसीएल मुख्यालय का घेराव कर उग्र प्रदर्शन किया गया। प्रबंधन द्वारा युँका के ०२ घंटे के प्रदर्शन के उपरांत वार्ता हेतु मुख्यालय के भीतर २० सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को लेजाया गया। मुख्यालय के भीतर अधिकारियों के कक्ष के बाहर धरने पर बैठे यंकाइयों और अपरेंटेरशिप शिक्षुओं के प्रतिनिधियों को अगले दिन भेंट कराने के लिखित आश्वाशन के बाद प्रतिनिधिमंडल ११/०४ की होने वाली बैठक हेतु सहमति प्रदान कर धरने से उठे।
प्रदेश के युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने की जब भी बात होती है तो नियम क़ानून का हवाला देकर हम छत्तीसगढ़ियों से चल किया जाता रहा है परंतु उटक महोदय आप से उम्मीद है आप हम बेरोजगारों के साथ सहानुभुतिपुर्वक विचार कर निर्णय लेंगे। आश्वस्त किया कि आगामी भतियों में योग्यतानुसार कळक शिक्षुओं को प्राथमिकता एवं रिक्त पदों हेतु सीधी भर्ती के माध्यम से बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के कार्य पर पूर्ण रूप से सहानुभुतिपुर्वक विचार कर काय्योजना बना कार्य किया जाएगा