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आस्था का केंद्र जैतखंभ पर रेशम विभाग का अतिक्रमण

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दिलहरण चंद्रा/ जैजैपुर : शिकायतकर्ता की मृत्यु के पश्चात् भी प्रशासनिक अधिकारियों ने जैतखंभ पर हुए रेशम विभाग की अतिक्रमण का निराकरण नहीं किया गया है । पूरा मामला जैजैपुर  क्षेत्र अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बरदुली के | | आश्रित ग्राम तुमीडीह की है जहां लगभग 15 वर्ष पुराने जैतखंभ | ( जैतखाम ) को रेशम विभाग ने घेराबंदी कर अपने अंदर समाहित कर लिया गया है , जिसकी वजह से उसकी पूजा अर्चना पूर्णता प्रतिबंधित हो | चुकी है एवं लोगों को दीपक , अगरबत्ती आदि जला कर पूजा अर्चना करने | में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है , जिससे लोगों की आस्था पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है , जिस पर इस गंभीर समस्या से समाधान प्राप्त करने के लिए प्रार्थी भैया राम टंडन ने 21 नवंबर को इस मामले के | समाधान के लिए जिला कलेक्टर को प्रतिवेदन दिया था । साथ ही साथ 17 फरवरी 2020 को संबंधित मामले पर हसौद तहसीलदार को भी प्रतिवेदन देकर संबंधित मामले पर अवगत कराया गया था , उक्त मामले का शिकायतकर्ता भैया राम टंडन आज इस दुनिया में नहीं है उनकी मृत्यु हो चुकी हैं । इस प्रकार शिकायत के 1 वर्ष बीत जाने के पश्चात् भी प्रशासनिक अधिकारियों ने आज तक मामले पर किसी भी प्रकार की कोई | कार्यवाही नहीं की गई है , जय स्तंभ रेशम विभाग के द्वारा लगाए गए धेरै | | के अंदर में समाहित है जिससे उसके समीपस्थ लगी हुई कहुआ के पेड़ों से जैतखंभ का पूरा क्षेत्र घिरा हुआ है , जिसकी वजह से उक्त स्थान पर पूजा अर्चना एवं बाबा गुरु घासीदास की पंथी कार्यक्रम पर बाधा उत्पन्न हो रही है , जिसके समाधान के लिए प्रार्थी के द्वारा जैतखंभ से लगा हुआ | 20 डिसमिल जमीन को खाली कराने के लिए प्रशासन को प्रतिवेदन दिया गया है परंतु इस गंभीर विषय पर प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार की कोई | भी कार्यवाही नहीं की गई है , 18 दिसंबर अत्यंत नजदीक आ चुका है जिस समय बाबा गुरु घासीदास की जयंती मनाकर लोगों ने अपनी आस्था को प्रकट की जाती है , परंतु उक्त क्षेत्र को रेशम विभाग ने कोसा उत्पादन उद्योग के उद्देश्य से लिए जाने पर 6 हेक्टेयर के एरिया पर कोसा बाड़ी का निर्माण किया गया है जिसमें इस जगह पर स्थित जैतखंभ को भी अपने अंदर | समाहित कर लिया गया है जिससे आने वाले 18 दिसंबर बाबा गुरु | घासीदास की जयंती समारोह पूर्णता प्रतिबंधित हो चुकी हैं एवं संबंधित मामले पर प्रशासन को अवगत कराने के 1 वर्ष पश्चात् भी प्रशासन ने इस विषय को नजरअंदाज किया जा रहा है । संबंधित मामले पर ज्ञात हो कि रेशम विभाग ने उक्त ग्राम पर लगाए गए कोसा बाड़ी की निगरानी के लिए चौकीदार ईश्वर प्रसाद | सोनवानी को नियुक्त किया है जिसके द्वारा कोसा बाड़ी की देखरेख व | निगरानी की जाती है जब लोगों ने जैतखंभ की पूजा अर्चना करने के लिए | कोसा बाड़ी में लगे गेट के अंदर से जैतखभ के पास प्रवेश किया जाता है | | तो उक्त चौकीदार ने प्रवेश करने के लिए मना किया जाता है , जब लोगों ने इसका विरोध किया एवं मना करने की वजह पूछी तो चौकीदार ने ऊपर से आदेश नहीं है अंदर प्रवेश करने का कह कर लोगों को जय स्तंभ के | समीपस्थ जाने से रोका जाता है । इस प्रकार से जैतखंभ की पूजा अर्चना | पूर्णतः प्रतिबंधित हो चुकी है जोकि अत्यंत चिंता का विषय है अब देखना | यह है कि आने वाले 18 दिसंबर बाबा गुरु घासीदास की जयंती कार्यक्रम | | यहां के लोगों के द्वारा मनाई जाएगी या प्रशासन ने इस विषय पर किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती है । जिला प्रशासन की | निष्क्रियता के कारण ग्रामीणों में भारी आक्रोश है ।
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