नई दिल्ली : सॉफ्टवर की मदद से फेफड़ों में संक्रमण का पता मिनटों में चल जाएगा. ड्रग रेगुलेटरी ऑफ पाकिस्तान (ड्रैप) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आसिम रउफ ने शनिवार को बताया, प्राधिकरण ने स्थानीय स्तर पर तैयार सॉफट्वेयर की मंजूरी दे दी है. रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के मुताबिक, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक को कोविड-19 की जांच के लिए इनपुट के तौर पर छाती के एक्सरे इमेज की जरूरत होगी. वेबसाइट पर बताया गया है कि तकनीक की मदद से सीमित समय में लोगों की बड़ी तादात की स्क्रीनिंग की जा सकेगी. डिवाइस फेफड़ों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कर मात्रा का पता बता देगी. आसिम ने दावा किया कि डिवाइस एक मिनट से कम वक्त में भी नतीजे हासिल दे देगी. उन्होंने ये भी कहा कि संक्रमित मरीजों का तकनीक से इलाज करने में बड़ी भूमिका होगी. ऐसा नहीं है कि पाकिस्तान के पास मिनटों में पता बतानेवाली किट मौजूद है. बल्कि पिछले महीने इसी से मिलता-जुलता एल्गोरिथम को अमेरिका में मिनोसोटा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने तैयार किया था. चंद सेकंड में कोविड-19 के संभावित मामलों की पहचान के लिए ये डिवाइस छाती के एक्सरों का मूल्यांकन कर सकता है. एक अन्य सॉफ्टवेयर इस साल के शुरू में चीन ने विकसित किया था. आसिम का कहना है कि पाकिस्तानी डिवाइस कोव-रेड दुनिया के अन्य देशों को भी मुहैया कराए जाएगा.
पाकिस्तान ने फेफड़ों में कोरोना संक्रमण की जांच डिवाइस को दी मंजूरी, मिनटों में जांच के नतीजे से संक्रमण का चलेगा पता
