बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रभारी तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री ओम माथुर ने बिना छत्तीसगढ़ का नाम लिए कहा भारतीय जनता पार्टी किसी भी प्रदेश में..किसी के चेहरे को आगे करके चुनाव लड़ेगी या बिना चेहरे के…यह संसदीय बोर्ड तय करता है। श्री माथुर भारतीय जनता पार्टी के कर्बला कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। दरअसल पत्रकार वार्ता में उनसे पूछा गया कि छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी किसके चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ेगी..? इस पर उन्होंने भाजपा की रीति नीति बताते हुए कहा कि पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड ही यह तय करता है कि किसी भी राज्य में पार्टी किसी नेता के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी या फिर बिना चेहरे के चुनाव लड़ेगी। उन्होंने उदाहरण स्वरूप हरियाणा का उत्तर प्रदेश का और केरल सहित कुछ अन्य राज्यों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पार्टी ने किसी नेता के चेहरे को आगे किए बिना चुनाव लड़ा। क्योंकि पार्लियामेंट्री बोर्ड की ऐसी ही राय थी। आगे भी पार्लियामेंट्री बोर्ड ही इस बारे में निर्णय लेगा। उस संबंध में हम में से कोई भी बोलने के लिए अधिकृत नहीं है। अपने बिलासपुर प्रवास को सांगठनिक विषयों से जुड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां का कार्यभार संभालने के बाद सभी जिलों में प्रवास करना और कार्यकर्ताओं से चर्चा करना तथा संगठन के हिसाब से व्यवस्था करना, यही इस प्रवास का मुख्य उद्देश्य है।
पार्टी के अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी देश की अकेली ऐसी पार्टी है जो साल के बारहों माह संगठन को विभिन्न कार्यक्रमों में सक्रिय रखती है। चाहे चुनाव हो या चुनाव ना हो। दोनों ही स्थितियों में भाजपा का संगठन सक्रिय रहता है। छत्तीसगढ़ में आरक्षण विधेयक को लेकर जब उनसे पूछा गया कि राज्यपाल यहां आरक्षण को लेकर सरकार से टकराव ले रही हैं क्या..? तब श्री माथुर ने जवाब दिया कि कोई टकराव नहीं है। यह पूरा टेक्निकल मामला है। राज्यपाल ने इस मामले में राय लेने की बात कही है।

