वीरेन्द्र साहू रिपोर्टर तिल्दा नेवरा : एक समय था जब तिल्दा नेवरा के अधिकांश बच्चे इस विद्यालय की पढ़ाई से प्रभावित होकर एडमिशन लेते थे।पर अब पालक और छात्र संगठनों ने स्कूल प्रबंधन की रवैये से परेशान होकर घेराव करने पहुँचे।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व शहर अध्यक्ष वीरेन्द्र साहू ने कहा कि स्कूल प्रबंधन अपनी हरकतों से बाज आये नही तो उग्रआन्दोलन हेतु बाध्य होना पड़ेगा।अदित्य बिड़ला पब्लिक स्कूल बैकुंठ जो कि अल्ट्राटेक बैकुंठ सीमेंट वर्क्स के द्वारा संचालित है। पालको ने स्कूल प्रबंधन के द्वारा आन्तिम सत्र के समय में फिस में वृद्धि कर दिया है। वही स्कूल कि प्रिंसिपल श्रीमती निरजा पियूष तिवारी के अडीयल व तानाशाही रवैये से विद्यार्थी , शिक्षक , व पालक सभी परेशान हैं। इसके अलावा कुछ समय से स्कूल के नियमों में जबरदस्ती मनमानी कर रही है। जिसकी वजह से स्कूल स्टॉफ व अभिभावकों को मानसिक व आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं। जिससे आक्रोशित होकर आज सुबह 7 बजे से पालक घरने पर बैठे है।
आज ऐसी क्या बात हो गई कि स्कूल की रवैये से पालक व स्टूडेंट संगठन भड़क उठे।
. स्कूल कमेटी का गठन illegal तरीका से किया गया है उस कमेटी में कौन-कौन सदस्य है यह प्रायः किसी को भी नही पता है।
. स्कूल फीस में बिना सूचना व कमेटी के मीटिंग के बिना फीस में वृद्धि किया गया है वह भी जब स्कूल का आधा सत्र समाप्त हो चुका है जो कि स्कूली नियमों के अनुसार स्कूल संचालित होने के पूर्व फीस वृद्धि का प्रावधान है।
.प्रायः सभी ABPS स्कूलों में NCERT book से पढ़ाया जा रहा है जो कि NCERT book कम कीमत व 15-20% डिस्काउंट में मिलता है लेकिन अधिक मुनाफा कमाने के लिए यहाँ के स्कूल में प्राइवेट प्रकाशन के book से पढ़ाया जा रहा हैं।
.स्कूल यूनिफॉर्म में बदलाव होने से जबरदस्ती कॉमिशन कमाने के लिए ड्रेस स्कूल से लेने को कहा गया है और ड्रेस बाहर से लेने के लिए मना किया गया है,और साथ में कई अभिभावकों से ड्रेस की राशि लेकर अभी तक ड्रेस उपलब्ध नही कराया गया है।
.स्कूल में RTE के तहत जिन बच्चों का स्कूल फीस माफ है और जो बच्चे फीस pay कर रहे है उनका सूची classwise सार्वजनिक किया जाये।
.प्रिंसिपल के अड़ियल रवैया होने से किसी भी अभिभावक से मिलने का समय नही देती है जिसकी वजह से अभिभावकों को अपमानित महसूस होना पड़ रहा है।
.प्रिंसिपल द्वारा शिक्षकों को लंच करने का समय नही दिया जाता है और सीनियर शिक्षकों को बहुत ज्यादा अपमानित किया जा रहा है जिसकी वजह से कई शिक्षक को रिजाइन देना पड़ रहा है।उसके बाद शिक्षकों की कमी से पढ़ाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई है।
.प्रिंसिपल द्वारा स्वयं का एवं कुछ शिक्षक का वेतन वृद्धि किस आधार पर हुआ है जबकि पिछले कई से वर्षों स्कूल के चपरासी निस्वार्थ रूप कार्य कर रहे है उनका वेतन वृद्धि क्यों नही किया गया है।
.कई शिक्षक पिछले कई वर्षों से कार्य कर रहे है उनका अभी तक स्थायी नही किया गया है जबकि अभी नए शिक्षकों की नियुक्ति स्थायी रूप से किया गया है।
. एच. आर. अधिकारी द्वारा कहा गया है कि कंपनी प्रबंधन के माध्यम से 2.55 करोड़ रुपये प्रति वर्ष स्कूल संचालित करने के लिए राशि दी जाती है तो फिर श्रमिकों के बच्चों को फ्री शिक्षा का प्रावधान क्यों नही है।
.कुछ वर्ष पहले स्कूल का फीस वृद्धि किया गया था तब स्कूल विभाग द्वारा कहा गया था कि शिक्षा का स्तर में सुधार के लिये फीस बढ़ाया गया है जबकि पढ़ाई का स्थिति निम्न स्तर पर आ गई है।
. प्रिंसिपल के कार्यकाल में स्कूल का पढ़ाई की quality व स्कूल का standard गिरता जा रहा है इसलिए प्रिंसिपल को बर्खास्त कर नए अनुभवी प्रिंसिपल नियुक्त किया जाये।
ज्ञात हो कि आज जब पालक स्कूल गेट के पास घेराव पर थे। तभी अचानक प्रिसिंपल मैडम कार मे तेजी से आकर सीधा भीड में कार घुसा दी। ईससे बडी घटना होते होते बची। जिससे पालको जनप्रतिनिधियों ग्रामीणों, कर्मचारियों व एन एस यू आई के पदाधिकारी आदि का आक्रोश दुगुना होगया। और सब मांगो को भुल सबसे पहले प्रिसिंपल निरजा पियूष तिवारी को तत्काल प्रभाव से हटाने व बढाई गयी फिस को वापस लेने की जिद पर सभी अडे हुए हैं। जानकारी अनुसार बात नही बनी तो यह धरना अनिश्चितकालीन भी हो सकता है।