नवरात्रि के आठवें दिन स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें। लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर मां महागौरी की प्रतिमा स्थापित करें। माता को पंचामृत से स्नान कराकर उनका श्रृंगार करें। फिर मां महागौरी को गुड़हल का फूल, अक्षत, सिंदूर, लाल जोड़ा, लाल चूड़ी, पान, सुपारी, नारियल अर्पित करें।
क्या है पूजा विधिन
दुर्गा अष्टमी के दिन कन्या पूजन कराने का विधान है. इस दिन 02 वर्ष से लेकर 10 वर्ष तक की कन्याओं का पूजन किया जाता है. हर उम्र की कन्या अलग अलग देवियों का रूप होती हैं. उनके अलग अलग आशीर्वाद प्राप्त होता है. कन्या पूजन करने से मां दुर्गा का आशीष मिलता है क्योंकि ये कन्याएं मां दुर्गा का स्वरूप मानी जाती हैं।
कन्या पूजन शुभ मुहूर्त( subh muhrat)
अमृत मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 15 मिनट से 7 बजकर 44 मिनट तक
शुभ मुहूर्त- सुबह 9 बजकर 12 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट तक
चर – दोपहर 1 बजकर 39 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक
लाभ- दोपहर 3 बजकर 7 मिनट से 4 बजकर 36 मिनट तक
अमृत- शाम 4 बजकर 36 मिनट से शाम 6 बजकर 5 मिनट तक