नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 125वें एपिसोड में देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि इस बार का मानसून प्राकृतिक आपदाओं की बड़ी परीक्षा लेकर आया है। पहाड़ों और मैदानों में बाढ़ और भूस्खलन से भारी नुकसान हुआ है। मकान, खेत और सड़कें तबाह हुईं और कई परिवार मुश्किल में पड़ गए।
पीएम मोदी ने कहा कि इन संकटों के बीच हमारे जवानों ने राहत और बचाव में दिन-रात मेहनत की। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने थर्मल कैमरे, ड्रोन और खोजी कुत्तों की मदद से फंसे लोगों को बचाया। हेलीकॉप्टर से राहत सामग्री और घायलों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस मुश्किल समय में स्थानीय लोग, प्रशासन और सामाजिक कार्यकर्ता भी मदद के लिए आगे आए, इसके लिए वह सभी का आभार जताते हैं।
जम्मू कश्मीर की दो बड़ी उपलब्धियां
आपदाओं के बीच पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर की दो उपलब्धियों का भी जिक्र किया। पहला – पुलवामा में पहली बार दिन-रात का क्रिकेट मैच खेला गया, जिसमें रिकॉर्ड संख्या में लोग शामिल हुए। दूसरा – श्रीनगर की डल झील पर देश का पहला ‘खेलो इंडिया वॉटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल’ आयोजित हुआ, जिसमें 800 से ज्यादा एथलीट्स ने हिस्सा लिया।
UPSC अभ्यर्थियों के लिए नई पहल
पीएम मोदी ने बताया कि कई बार काबिल अभ्यर्थी मामूली अंतर से UPSC की अंतिम सूची तक नहीं पहुंच पाते। ऐसे युवाओं के लिए “प्रतिभा सेतु” नामक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया गया है। इसमें 10 हजार से ज्यादा होनहार उम्मीदवारों का डेटाबेस मौजूद है, जिससे प्राइवेट कंपनियां भी उन्हें नौकरी दे सकेंगी।
अन्य मुद्दे
प्रधानमंत्री ने बताया कि जर्मनी का एक बड़ा फुटबॉल कोच मध्यप्रदेश के शहडोल के खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने के लिए आगे आया है। इसके अलावा उन्होंने देशवासियों को 17 सितंबर को आने वाली विश्वकर्मा जयंती की शुभकामनाएं दीं और “विश्वकर्मा योजना” का जिक्र किया।
उन्होंने ऑपरेशन पोलो और हैदराबाद मुक्ति दिवस का भी स्मरण किया और कहा कि सरदार पटेल के प्रयासों से हैदराबाद रियासत को देश से जोड़ा गया था।