नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम एक बार फिर जेल से बाहर आ गया है. उसके लिए 40 दिनों की पैरोल मंजूर हुई है. पैरोल मंजूर होने के बाद वो मंगलवार सुबह सख्त पुलिस सुरक्षा में रोहतक की सुनारिया जेल से सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय के लिए रवाना हुआ. यह उसकी 14वीं बार जेल से अस्थायी रिहाई है. इससे पहले, 9 अप्रैल 2025 को उसे 21 दिन की फरलो दी गई थी. गुरमीत राम रहीम दो साध्वियों के यौन शोषण और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में 20 साल की सजा काट रहा है.
गुरमीत की रिहाई का समय भी हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. उसकी पैरोल अक्सर हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और दिल्ली में होने वाले विधानसभा या स्थानीय निकाय चुनावों के साथ मेल खाती रही है.
गुरमीत राम रहीम को 2024 में तीन बार जेल से बाहर आने का मौका मिला था. ये तीनों ही बार चुनावों से जुड़े हुए थे. जनवरी में उसे 50 दिन की पैरोल मिली थी, जब लोकसभा चुनाव नजदीक थे. अगस्त में 21 दिन की फर्लो मिली, जब हरियाणा विधानसभा चुनाव की चर्चाएं शुरू हो गई थीं. अक्टूबर में उन्हें 20 दिन की पैरोल मिली, लेकिन इस बार शर्तें रखी गईं कि वे चुनाव संबंधी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे, भाषण नहीं देंगे और पैरोल के दौरान हरियाणा में नहीं रहेंगे.
गुरमीत राम रहीम को 2023 में तीन बार फर्लो या पैरोल पर जेल से बाहर आने का मौका मिला था. जनवरी में उसे 40 दिन की पैरोल मिली, जब डेरा के पूर्व प्रमुख शाह सतनाम की जयंती थी. जुलाई-अगस्त में उन्हें 30 दिन की पैरोल मिली, जब हरियाणा में पंचायत चुनाव हो रहे थे.