
रायपुर| छत्तीसगढ़ की राजनीति में शराब वो मुद्दा है,जिसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों समय-समय पर एक दूसरे को कोसती रहती है।लेकिन हर किसी का सच जनता जानती है, पर पार्टियां हैं फिर भी नहीं मानती हैं। 2018 में शराबबंदी का वादा के साथ सत्ता में आने वाली कांग्रेस अपने कार्यकाल में वादा पूरा नहीं कर पाई।वही बीजेपी उसे घेरती रही, लेकिन अब सत्ता में आने के बाद भाजपा के राज्य में 67 नई शराब दुकान खोली गई है।
इस मुद्दे को लेकर अब रायपुर में कांग्रेस ने कुछ इसी अंदाज में छग सरकार की नई आबकारी नीति के तहत 67 नई शराब दुकान खुलने का विरोध किया। रायपुर के पुलिस लाइन चौक में कांग्रेस ने शराब महोत्सव मनाया। कांग्रेस के कार्यकर्ता बीजेपी नेताओं और मंत्रियों का मुखौटा लगाकर शराब दुकान पहुंचे। नकली शराब बिकने का मामला हो या फिर अवैध शराब तस्करी का मुद्दा। बीजेपी सरकार पर आरोपी की बौछार की है।जहाँ कांग्रेस ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया तो वहीँ बीजेपी ने सोशल मीडिया पर जवाब दिया। बीजेपी के जारी पोस्टर में कांग्रेस कार्यालय भवन को शराब में डूबा हुआ दिखाया गया है। पोस्टर में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को विशेष रूप से नज़र आई। बीजेपी का कहना है कि गंगाजल की कसम खाकर खराब कांग्रेस ने 5 साल तक झूठ बोला इसलिए कांग्रेस के आधे नेता जेल में हैं और आधे बेल पर है।
कांग्रेस ने शराबियों को चखना बांटा
इस दौरान बैंड-बाजे के साथ कांग्रेसियों ने शराबियों को माला पहनाकर स्वागत किया। वहीं, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और विधायकों के मुखौटे पहनकर शराब दुकान में आने वाले लोगों की आरती उतारी। उन्हें माला पहनाई और मुफ्त में चखना,पानी पाउच भी बांटा।