अमरजीत भगत ने हाथ में झुनझुना बजाते हुए कहा कि….“अजय चंद्राकर जी, राजेश मूणत जी, धरमलाल कौशिक जी अब झुनझुना बजायेंगे। उन्होने आगे कहा कि…..ये कोई कैबिनेट विस्तार नहीं हो रहा, ये तो बीरबल की खिचड़ी बन गई है। कब पकेगी, कब लोगों में परोसी जायेगी, उसके चक्कर में कितने लोग दुबले हो गये है। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत यहीं नही रूके उन्होने तंज कसते हुए कहा कि….“मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कई मित्रों ने सूट सिलवा रखा है। लेकिन अब पता चला कि नये-नये लोगों का नाम आ रहा है।” अमरजीत भगत के इस बयान के बाद एक बार फिर सूबे की राजनीति गरमा गयी है। ऐसे में साय कैबिनेट का विस्तार अगले कितने दिनों में होता है, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन कैबिनेट विस्तार को लेकर कांग्रेस के पूर्व मंत्री ने बीजेपी के सीनियर लीडर्स के कंधे पर बंदूक रखकर जिस तरह से पार्टी हाइकमान पर निशाना साधने की कोशिश की है, उससे आने वाले वक्त में सूबे की राजनीति एक बार फिर गरमानी तय मानी जा रही है।