
कांग्रेस पार्षद ने पंचायत के उपाध्यक्ष पद चुनाव के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर पर लगाए गंभीर आरोप
बिलासपुर।नगर पंचायत मल्हार के एक कांग्रेस पार्षद द्वारा नगर पंचायत उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर पर मनमानी कर समय अवधि बढ़ाने का गंभीर आरोप लगाया है इसकी शिकायत पार्षद ने लिखित में कलेक्टर से की है। दरअसल दिनांक 20 मार्च को नगर पंचायत मल्हार वार्ड क्र.11 के नवनिर्वाचित पार्षद विष्णु कैवर्त ने कलेक्टर पहुँच कर लिखित में आवेदन देकर शिकायत करते हुए कहाँ है कि 19 मार्च को अनुविभागीय अधिकारी मस्तूरी जिला बिलासपुर/रिटर्निंग अधिकारी नगर पंचायत मल्हार के द्वारा नगर पंचायत उपाध्यक्ष मल्हार हेतु चुनाव कराया जा रहा था जिसमें नाम निर्देशन का समय दोपहर 2 बजे से लेकर 3 बजे तक था और उसके पश्चात नाम निर्देशन में आये आवेदनों की स्कूटनी का समय 3:15 तक का था, उक्त स्कूटनी में मेरा फार्म सही पाया गया था तथा मात्र मेरे द्वारा ही नाम निर्देशन का प्रपत्र जमा किया गया तथा किसी अन्य पार्षद के द्वारा उक्त संबंध में कोई भी फार्म जमा नहीं किया गया था, नाम निर्देशन और स्कूटनी का समय समाप्त हो जाने के कुछ समय पश्चात अनुविभागीय अधिकारी/रिटर्निंग अधिकारी के पास एक फोन आने के पश्चात रिटर्निंग अधिकारी महोदय के द्वारा पुनः समय प्रदान करते हुए नाम निर्देशन का फार्म प्रदान किया गया एवं मतदान कराया गया जो निर्वाचन नियमावली के विरूद्ध रहा है और निर्वाचन नियमावली का घोर उल्लंघन रिटर्निंग अधिकारी के द्वारा किया गया, अगर समय सीमा एवं निर्वाचन नियमावली का सही ढंग से पालन किया गया होता तो मैं उपाध्यक्ष पद हेतु निर्विरोध निर्वाचित हो चुका था । किन्तु रिटर्निंग अधिकारी के विधि विरूद्ध कृत्य के कारण मैं उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित नहीं हो सका। इसलिए इस विषय को गंभीरता से लेते हुए उचित जांच करवाई जाए।
पहले कांग्रेस पार्षद के निर्विरोध जीतने का एलान,फिर जीता भाजपा उम्मीदवार
वार्ड क्रमांक 1 के कांग्रेसी पार्षद जगदीश राय ने बताया कि एसडीम प्रवेश पैकरा द्वारा निर्विरोध विष्णु कैवत के नाम का ऐलान कर दिया गया था पर किसी के फोन आने पर 10 मिनट समय अवधि और है कह कर बढ़ा दिया गया। परिणाम स्वरुप सुशील राजा चौबे जो की व्हाट कमांड 13 से भाजपा पार्षद है को जीत मिली
ऐसी कोई घटना नहीं हुई
इस संबंध में बीजेपी, निर्दलीय और साथी ही कांग्रेस के पार्षदों उम्मीदवारो से पूछने पर इंकार किया गया। बताया गया कि ऐसी कोई भी मनमानी अधिकारी द्वारा नही की गई है।
इस विषय मे जानकारी लेने के लिए एस डी एम प्रवेश पैकरा से बात करने का प्रयास किया गया पर उन्होंने फ़ोन रिसीव नही किया।
