INSIDE STORY:तिरछी नजर 👀: भाजपा नेत्री का प्रचार भारी पड़ रहा…
प्रदेश के बाहर चुनाव प्रचार करना जोखिम भरा भी होता है। यूपी, बिहार और झारखंड में तो अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत होती है। ऐसे चुनावी माहौल में एक प्रभावशाली महिला नेत्री पर फब्तियां कसने पर कुछ असामाजिक तत्वों की जमकर कुटाई भी हो गई।
हुआ यूं महिला नेत्री को टाटानगर में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। महिला नेत्री अपने कुछ सहयोगियों के साथ चुनाव प्रचार में पार्टी प्रत्याशी का सहयोग भी कर रहीं हैं।
बताते हैं कि पिछले हफ्ते महिला नेत्री गार्डन में मार्निंग वॉक कर रही थी। तभी कुछ मनचलों ने उन पर फब्तियां कसना शुरू कर दिया।
महिला नेत्री के पीछे सादी वर्दी में सुरक्षा कर्मी भी थे मनचले उन्हें नहीं देख पाए थे फिर क्या था सुरक्षा कर्मियों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी।
चुनाव का माहौल है, और मनचलों के समर्थन में कई लोग आगे आ गए। कुछ ने मनचलों को बेकसूर बता दिया। मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा लेकिन इससे वहां इलाके में माहौल गरमा गया है। कुछ लोग इससे भाजपा प्रत्याशी को नुक़सान होने का अंदाजा लगा रहे हैं।
मुस्लिम वोटर्स पर नजर
चर्चा है कि भाजपा ने कांग्रेस के परंपरागत मुस्लिम वोट बैंक पर सेंध लगाने के पुख्ता रणनीति बनाई है। वैसे तो 9 मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, वो अधिकतम हजार वोट ही प्रभावित कर सकते हैं लेकिन चुनौती मुस्लिम वोटरों को वोट डालने से रोकने की है।
बताते हैं कि अल्पसंख्यक मोर्चा से जुड़े लोग इस कोशिश में हैं यहां पोलिंग की कम हो। मुस्लिम वोटर्स को खुश करने के लिए जरूरी इंतजाम भी किए गए हैं। भाजपा नेता अपनी रणनीति में कितने कामयाब होते हैं,यह तो चुनाव नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा
अफवाहों का बाजार
रायपुर दक्षिण में अफवाहों का बाजार गरम है। भाजपा के एक नेता ने कुछ कांग्रेस नेताओं को लेकर अपने करीबियों वाट्सएप मैसेज भेजा कि फलां नेता को 20 लाख दिए गए हैं। मगर ज्यादातर ने मैसेज को एकदम फर्जी बता खारिज कर दिया। कुछ लोग इसे मोहन भैया की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं।
इस तरह की अपवाह वर्ष-2013 में डॉ किरणमयी नायक को लेकर भी उड़ाई गई थी जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा था।
एक खबर जरूर सामने आई है कि विधानसभा आम चुनाव में कांग्रेस के चुनाव संचालक ने मोहन भैया को उनकी पार्टी के नेताओं की एक सूची सौंपी है जिसमें उनके साथ वित्तीय व्यवहार की जानकारी है।
मोहन भैया की उदारता किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कांग्रेस संचालक के संपर्क में रहने वाले नेताओं को कुछ नहीं कहा है। बल्कि इस चुनाव में भी उनसे काम ले रहे हैं। ये अलग बात है कि इस बार हर किसी पर नजर रखी जा रही है।
सड़क और खर्च
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने छत्तीसगढ़ को कई सौ करोड़ की राशि देने की घोषणा करते हुए अमेरिका की तरह छत्तीसगढ़ की सड़क बनाने की घोषणा कर गए।
इससे पीडब्लूडी विभाग सर्वाधिक खुश है। इंडियन रोड़ कांग्रेस के सम्मेलन में आए लोगों के स्वागत के लिए शहर भर के होटल बुक रहे। कार्यक्रम में करीब 16 करोड़ खर्च होने की चर्चा है।
देवेन्द्र की मुश्किलें बढ़ेगी..
भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव की मुश्किलें आगामी दिनों बढ़ सकती है। विधायकी भी खतरे में पड़ती दिख रही है। बलौदाबाजार प्रकरण को लेकर जेल में बंद देवेन्द्र यादव के पुराने मामले प्रमाण के साथ निकल गये हैं।
इस मामले में कानूनी दांव पेंच बढ़ सकते हैं। कांग्रेस देवेन्द्र यादव को राजनीतिक तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है,वहीं देवेन्द्र यादव के खिलाफ के कई मामले खुल रहे हैं। देवेन्द्र की कई चूक सामने आ रही है। इसको लेकर जांच एजेंसियां सक्रिय है।
हासिए पर प्रमोटी आईएएस
छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहला मौका है जब मंत्रालय में प्रमोटी आईएएस सेकेट्री नहीं रह गए हैं। नीलम नामदेव एक्का की मंत्रालय में पोस्टिंग तो है लेकिन तीन महीने बाद भी अब तक कोई काम नहीं है।
प्रमोटी आईएएस अफसरों को मंत्रालय से बाहर भेज दिया गया है। सभी विभागों के मुखिया डायरेक्ट आईएएस बने हुए हैं। इससे प्रमोटी आईएएस अफसरों में नाराजगी दिख रही है।
साधु संतो की पॉलिटिकल पारी
आगामी दिनों साधु संत भी राजनीति में नजर आएंगे, जिन्हें भाजपा निगम मंडल में शामिल करेगी, हाल में बागेश्वर धाम के महाराज कवर्धा पहुंचे थे उन्होंने कहा हैं कि वे बस्तर का दौरा करेंगे।
वही, छत्तीसगढ़ के साधु संत राजनीति में काफी दिलचस्पी रखते हैं। यह लगभग तय हैं, चुनाव से पहले साधु-संतो को बीजेपी अपने साथ लाएगी।