केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में मनाया गया “राष्ट्रीय एकता पर्व”
बिलासपुर|अक्टूबर की पहली तारीख को केंद्रीय विद्यालय बिलासपुर में संकुल स्तरीय राष्ट्रीय एकता पर्व का आयोजन आभासी माध्यम से संपन्न हुआ। इस अवसर पर “एक भारत-श्रेष्ठ भारत” और “कला उत्सव” के अंतर्गत विभिन्न सांस्कृतिक और कलात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें बिलासपुर संकुल के सभी विद्यालयों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्राचार्या अर्चना मर्सकोले द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद निर्णायक मंडल का स्वागत पुष्प गुच्छ और स्वागत गीत द्वारा किया गया।
प्रतियोगिताओं में एकल अभिनय, नाट्य मंचन, समूह नृत्य, आर्टिफेक्स, तात्कालिक चित्रकला, समूह गान, वाद्य यंत्र वादन और एकल गान जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन सभी आयोजनों में बिलासपुर संकुल से संबंधित सभी केंद्रीय विद्यालयों के विद्यार्थियों ने ऑनलाइन माध्यम से भाग लिया।
प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञ शामिल थे। नाट्य मंचन और एकल अभिनय के निर्णायक अरुण भांगे, चंपा भट्टाचार्य, और अनीश श्रीवास थे। समूह गान, एकल गान, और वाद्य यंत्र वादन के लिए निर्णायक अरविंद तिवारी, सचिन सिंह और अंकिता फाटक थे। समूह नृत्य के निर्णायक ऋषि गुप्ता, श्रद्धा शर्मा, और राजेश रहे, जबकि आर्टिफेक्स और तात्कालिक चित्रकला प्रतियोगिता में निर्णायक अरुण गायकवाड़, मृणाल अरीय, और रूना कर्माकर थे। आभासी माध्यम से आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने मनमोहक नृत्य और गीत प्रस्तुत किए, जिसने निर्णायकों और दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रत्येक प्रतियोगिता के विजेताओं का चयन संभागीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य अर्चना मार्सकोले ने कहा कि ये प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों को कला और संस्कृति से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं।
कार्यक्रम को सफल बनाने में कार्यक्रम प्रभारी संगीत शिक्षक श्री लक्ष्मण कौशिक की महत्वपूर्ण भूमिका रही।