बिलासपुर|छत्तीसगढ़ तेलुगू महासंगम की प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में सभी एकमत से लिया निर्णय तेलुगु समाज में आज के दौर की नई पीढ़ी को तेलुगु साहित्य का पाठ पढ़ाया जाएगा, तेलुगु संस्कृति का पालन करते हुए अपने समाज में पूरे सामाजिक कार्य तेलुगु रीति रिवाज के अनुसार करने के लिए नई पीढ़ी को भी सिखाया जाएगा ताकि उसके बाद जो आने वाली पीढ़ी है वह भी तेलुगू संस्कृती में रहेंगे। अपनी संस्कृति की धरोहर को इसी तरह बचाया जाएगा जा सकता है। “छत्तीसगढ तेलगु महासंगम” के बैनर तले बस्तर ज़िला आंध्रा समाज जगदलपुर में कार्यकारिणी की बैठक आयोजित किया गया, जिसमें समाज द्वारा विभिन्न निर्णय लिए जिसमें प्रमुख रूप से छत्तीसगढ़ में निवासरत तेलुगु भाषियों का सामाजिक पहचान के लिए छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंघम निरंतर संघर्ष करेगी। इसके लिए विभिन्न जिलों में तेलुगु साहित्य, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कर उनमें चेतना लाने का प्रयास करेंगे। उक्त विचार तेलुगु महा संघम के अध्यक्ष आर.मुरली ने व्यक्त किया कार्यक्रम की अध्यक्षता बस्तर जिला आंध्र संघम के अध्यक्ष एम.जयंत राव नायडू ने की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि वर्ष 2025 में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय महा सम्मेलन का आयोजन रायपुर में करेंगे। वर्ष भर में विभिन्न जिलों में साहित्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
बस्तर जिला आंध्र समाज के नेतृत्व में सम्पन्न तेलुगु महासंघम की इस प्रांतीय बैठक में महा सचिव बी.तुलसीराव भिलाई, कोषाध्यक्ष एन.रमणमूर्ति बिलासपुर, सलाहकार एम.बाबूराव भिलाई, संयोजक एल.रुद्र मूर्ति भिलाई, उपाध्यक्ष द्वय बी.वेणुगोपाल राव भिलाई, बी.जोगाराव भिलाई , सचिव आर.मनोरथ बाबू बिलासपुर, पी.आदिनारायण, कार्यकारिणी सदस्य सीएच भीमराव रायपुर, के.वेंकटराव भिलाई, एम.जानकी राव रायपुर, डी.ईश्वर राव, डी.किरण, डी.चिन्ना, डी.के.राव ने अपना विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन सचिव के सुब्बाराव जगदलपुर ने की। आभार प्रदर्शन यशवर्धन ने की है कार्यक्रम में तेलुगु वेलफेयर सोसाइटी रायपुर, आंध्र समाज एवं संयुक्त आंध्र समाज बिलासपुर, भिलाई तेलुगू समाज भिलाई, छत्तीसगढ़ तेलगु समाजम रायपुर, प्रवास आंध्र प्रजा नाट्य मंडली भिलाई, अच्युतांध्र सेवा समिति रायपुर, आंध्र ब्राह्मण समाज रायपुर, आंध्र समिति कोरबा, आंध्र समाज किरंदूल, आंध्र कल्चरल एसोसिएशन सुकमा, आंध्र समाज कोंडागांव, आंध्र समाजम बीजापुर, आंध्र सांस्कृतिक समिति नारायणपुर, आंध्र समाज बचेली आदि संस्था के प्रतिनिधि सदस्य भाग लिए।