नगर के सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” को “रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान 2024” से किया गया सम्मानित।
बिलासपुर। नगर के प्रतिष्ठित साहित्यकार सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” को “विचारक्रांति” नमो फाउंडेशन सिंगरौली द्वारा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत व वीर रस के महान राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी की जयंती पर आयोजित प्रतियोगिता में चयनित होने पर “रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान २०२४ से सम्मानित किया गया। इस प्रतियोगिता में देश – विदेश से प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 175 श्रेष्ठ साहित्यकारों को रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान 2024 के लिए चयनित किया गया है।
नमो फाउंडेशन सिंगरौली द्वारा हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले साहित्यकारों को सम्मानित किया गया है।
जिसमें सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के आधार पर सम्मान के लिए चयनित किया गया है। सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” साहित्य के साथ साथ समाजसेवक के रूप में भी कार्य करते हैं, जो समाजसेवी सामाजिक संस्था अखिल वैश्विक क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स एसोसिएशन के छत्तीसगढ़ स्टेट प्रवक्ता एवं समाज सेवा में लगी संस्था “हितार्थ एक सेवा” के फाउंडर मेंबर भी हैं! ये साहित्य व समाजसेवा के क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से कार्यरत हैं, इनकी अधिकतर रचनाएं राष्ट्रप्रेम व अच्छे समाज के निर्माण के लिए समर्पित रहती हैं।रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान २०२४ के आयोजक/संयोजक ने राजकुमार जायसवाल ने कहा कि – सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” की रचनाएं पढ़ते ही मन व हृदय को स्पर्श कर जाती है, इनके जैसे साहित्यकार ही समाज में परिवर्तन के वाहक बनकर,अपने जड़ों से जुड़कर व सनातन संस्कृति को प्रचारित करके भारत को पुनः विश्व गुरु बनाएंगे”। नमो फाउंडेशन सिंगरौली द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में भारत के सभी राज्यों सहित विदेश के प्रतिभागी भी शामिल थे। इसमें नवोदित साहित्यकारों के साथ कई वरिष्ठ व अंतर्राष्ट्रीय पहचान वाले साहित्यकार जुड़े, जो नमो फाउंडेशन व “विचारक्रांति” के लिए बहुत गर्व की बात है।इस सम्मान में सुरेश सिंह बैस “शाश्वत” को चयनित होने पर नमो फाउंडेशन सिंगरौली के जिला मंत्री व रामधारी सिंह दिनकर साहित्य सेवा सम्मान के आयोजक राजकुमार जायसवाल “विचारक्रांति” ने हार्दिक बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी है।