धमतरी के सिहावा अंचल के उभरते रचनाकार वन विभाग मैनपुर में पदस्थ बीएफओ गुलशन अग्रवानी को अंतरराष्ट्रीय हिंदी काव्य रत्न से सम्मानित किया गया
पुलस्त शर्मा मैनपुर – नेपाल लुंबिनी में 14 2024 को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउन्डेशन नेपाल द्वारा ऑनलाइन आयोजित की गई हिंदी कविता प्रतियोगिता में नेपाल, भारत, कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया तथा तंजानिया से 6742 महिला पुरुष रचनाकारों की सहभागिता रही है। उत्कृष्ट रचना के आधार पर 675 रचनाकारों का चयन किया गया जिन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर हिंदी काव्य रत्न मानद उपाधि सम्मान से तथा 25 नवोदित रचनाकारों को काव्यश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है। जिसमे छत्तीसगढ़ से जिला धमतरी के सिहावा अंचल के उभरते रचनाकार वन विभाग मैनपुर में पदस्थ बीएफओ गुलशन अग्रवानी को उसके रचना मैं तो हूं वास्तव में मैं नहीं हूं पर अंतरराष्ट्रीय हिंदी काव्य रत्न से सम्मानित किया गया इस सम्मान के लिए उसके परिवारजनों, ईष्ट मित्रों, समाज प्रमुखों एवं विभाग के अधिकारी कर्मचारियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दिए गए। हिंदी दिवस के अवसर पर संस्था अध्यक्ष आनन्द गिरि मायालु ने कहा – हिंदी विश्व भाषा बन चुकी है हिंदी भाषा को बोलने में जितना आनन्द आता है उतना ही सरल है इसे बोलना। आज के कुछ युवा हिंदी भाषा बोलने पर हीनता बोध कर रहे हैं। अंग्रेजी के पीछे भागने से अपनी मौलिकता खो जायेगी इसलिए सभी को अपनी मातृभाषा को अपनी प्राथमिकता में रखनी चाहिए। प्रतियोगिता नेपाल भारत मैत्री सम्बंध मजबूत बनाने में सफल रही है सभी सहभागियों का आभार व्यक्त करता हूं।