गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ… के जयकारों से गूंजा बिलासपुर
शनिचरी रपटा के पास से कई मूर्तियां बिना विसर्जन के लौटी
बिलासपुर।अनंत चतुर्दशी पर मंगलवार को न्यायधानी में भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन धूमधाम से हुआ,वही कई बडी मूर्तियां बिना विसर्जन ही वापस लौटी।प्रमुख रूप अरपा नदी रपटा चौक, छठ घाट एवं कोनी के विभिन्न घाटो में हुआ। इसके अलावा आसपास तालाब एवं खूंटाघाट में भी विसर्जन हुआ।बड़ी मूर्तियां शनिचरी रपटा से बिना विसर्जन के वापस लौटी वजह थी यहाँ पर क्रेन की व्यवस्था नहीं कि गयी थी,हालांकि छठ घाट में क्रेन की व्यवस्था थी पर समितियों के सदस्य ने मीडिया कर्मी को बताया के हर वर्ष यहाँ विसर्जन के दौरान क्रेन की व्यवस्था रहती थी,पर इस वर्ष यहाँ नहीं रखी गयीं हैं। इसी वजह से कई बड़ी मूर्तियां विसर्जन के लिए वहां पहुंचकर वापस लौटी, बड़ी मूर्तियों को वहां से वापस लौटने में समितियां के सदस्यों को काफी समस्या हुई।वहीं कई समितियां द्वारा विसर्जन में झांकियां के दौरान बैनर में डीजे बंद करने के विरोध में अपनी अपनी तरह से प्रतिक्रिया दी गई
रात लगभग 2:30 बजे तक 240 से अधिक संख्या में समितियां ने शनिचरी रपटा में मूर्तियां विसर्जित की। नगर निगम द्वारा वहां उचित व्यवस्था दिखाई दी पर समितियां का यह आरोप था कि जहां से विसर्जित करने वाली गाड़ियां घाट की ओर जाती हैं वहां पर हमेशा ढलान जैसा रहता है जिससे गाड़ियां आराम से चली जाती है पर इस बार ऊंचा चढ़ाऊँ जैसा रास्ता था जिसके वजह से कई समितियां को गाड़ी ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
देर रात मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक उमेश गुप्ता राउंड पर नजर आए शनिचरी रपटा पहुंचकर, वहां की व्यवस्था का जायजा लिया, क्रेन की सुविधा नहीं होने पर उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया की, छठ घाट में क्रेन की व्यवस्था की गई है।