रक्षाबंधन का पर्व सावन मास की पूर्णिमा तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन बहनें शुभ मुहूर्त में अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं
रक्षाबंधन पर भद्रा का साया भी मंडरा रहा है. ऐसे में बहने शुभ मुहूर्त और भद्रा काल समय जरुर देखें। भद्रा में राखी बांधना अशुभ होता है, इससे भाई पर संकट के बादल मंडराने लगते हैं। भद्रा को शास्त्रों में शुभ नहीं माना गया है।
- रक्षाबंधन 19 अगस्त 2024, सोमवार
- राखी बांधने का मुहूर्त 19 अगस्त को 01:30 PM से 09:08 PM तक
- रक्षाबंधन के दिन अपराह्न मुहूर्त 01:43 PM से 04:20 PM तक
- राखी पर प्रदोष काल का मुहूर्त 06:56 PM से 09:08 PM तक
पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त 2024 को 03:04 AM से 11:55 PM तक
राखी बांधने के नियम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पुरुषों और अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में रक्षासूत्र बांधना चाहिए वहीं विवाहित स्त्रियों के लिए बाएं हाथ में राखी बांधने का विधान है। भाइयों को राखी बंधवाते समय उस हाथ की मुट्ठी को बंद रखकर दूसरा हाथ सिर पर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र में काले रंग को औपचारिकता, बुराई, नीरसता और नकारात्मक ऊर्जा से जोड़कर देखा जाता है, इसलिए इस दिन बहन और भाई दोनों को काले रंग के परिधान पहनने से परहेज करना चाहिए।
रक्षाबंधन भद्रा समय 2024 ऐसे बांधें भाई को राखी
वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार वह प्रमुख स्थान है जहां से सकारात्मक ऊर्जा आपके घर के भीतर प्रवेश करती है,जो आपकी और भाई की समृद्धि के लिए मददगार हो सकती है। रक्षाबंधन के दिन मुख्य द्वार पर ताजे फूलों और पत्तियों से बनी बंधनवार लगाएं और रंगोली से घर को सजाएं। पूजा के लिए एक थाली में स्वास्तिक बनाकर उसमें चंदन, रोली, अक्षत, राखी, मिठाई, और कुछ ताज़े फूलों के बीच में एक घी का दीया रखें। दीपक प्रज्वलित कर सर्वप्रथम अपने ईष्टदेव को तिलक लगाकर राखी बांधें और आरती उतारकर मिठाई का भोग लगाएं। फिर भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठाएं। इसके बाद उनके सिर पर रुमाल या कोई वस्त्र रखें। अब भाई के माथे पर रोली-चंदन और अक्षत का तिलक लगाकर उसके हाथ में नारियल दें।