राजनांदगांव। बारिश के साथ बीमारियों ने भी दस्तक देना शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में डायरिया का कहर लगातार देखने को मिल रहा है। जिले में डायरिया से तीन ब्लाक के 20 गांव चपेट में हैं। जिले में एक के बाद एक डायरिया संदिग्ध तीन लोगों की मौत होने के बाद स्थिति नियंत्रण में दिखाई नहीं दे रही है और डायरिया के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं डायरिया प्रभावित गांव की संख्या में रोज इजाफा हो रहा है।
राजनांदगांव जिले के लगभग दो दर्जन गांव डायरिया की चपेट में है और स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में स्वास्थ्य कैंप लगाया गया है। वहीं प्रभावित मरीज को ओआरएस और जिंक की टेबलेट देकर उनका उपचार किया जा रहा है। वहीं डायरिया से पीड़ित लगभग 40 लोग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित विभिन्न शासकीय और निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। इस मामले में सीएमएचओ डा. नेतराम नवरत्न का कहना है कि लगभग 27 लोग मेडिकल कॉलेज अस्पताल सहित अन्य शासकीय अस्पतालों में भर्ती है। बाकी जो सामान्य रूप से दस्त से पीड़ित है, उन्हें ओआरएस और जिंक की गोलियां देकर उनका शिविरों में ही उपचार किया जा रहा है।
पिछले लगभग 15 दिनों पूर्व जिले के खपरीखुर्द गांव में डायरिया का मामला सामने आया था। वहीं बीते लगभग चार-पांच दिनों में ही एक के बाद एक दर्जनों गांव में डायरिया फैल चुका है। जिले के डोंगरगढ़, घुमका और डोंगरगांव ब्लॉक के कई गांव में डायरिया फैला हुआ है। जिसमें डोंगरगढ़ ब्लॉक के बसंतपुर, अंडी, लेडीजोब, भूराटोला, कल्याणपुर और डोंगरगढ़ नगर के कुछ वार्ड में डायरिया फैला हुआ है, तो वहीं घुमका ब्लॉक के खपरीखुर्द, मोहंदी, कांकेतरा, टेडेसरा में डायरिया के मामले हैं। वहीं डोंगरगांव ब्लॉक के डोंगरगांव नगर सहित सोनेसरर, बम्हनी, रीवागहन, गिरगांव, आरी, पद्गुणा, आरगांव, मटिया और रामपुर में डायरिया का प्रकोप है।