दुर्ग। रायपुर के एसएसपी संतोष सिंह को संयुक्त राष्ट्र के शांति प्रयासों से जुड़े विषय पर किए गए शोध कार्य पूर्ण करने पर बुधवार को दुर्ग में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पीएचडी की उपाधि प्रदान की। दुर्ग के हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में राज्यपाल रामेन डेका की उपस्थिति में आयोजित हुए दूसरे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री ने उन्हें यह उपाधि दी।
आपको बता दें कि संतोष सिंह ने हेमचंद विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग के तहत विभागाध्यक्ष डॉ.सुनिता मिश्रा के निर्देशन और डॉ.प्रमोद यादव से सह निर्देशन में “संयुक्त राष्ट्र के शांति निर्माण प्रयासो की भूमिका व कार्यों की समालोचना” विषय पर अपना शोध कार्य पूरा किया है। संतोष सिंह ने बीएचयु से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर और जेएनयु से अन्तर्राष्ट्रीय संबंधों में एमफिल की उपाधि हासिल की है।
देश के टॉप आईपीएस में शामिल है संतोष सिंह
देश के टॉप 23 इनोवेटर ब्यूरोक्रेट्स में गाजीपुर के देवकली गांव के मूल निवासी और वर्तमान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के एसएसपी संतोष सिंह को शामिल किया गया है। पिछले दिनों देश में ब्यूरोक्रेट्स के कामकाज पर नजर रखने वाली संस्था ब्यूरोक्रेट्स इंडिया ने पूरे देश में सर्वे करते हुए टॉप 23 इनोवेटर्स की लिस्ट जारी की थी, जिसमें रायपुर के एसएसपी संतोष को भी शामिल किया गया है।
नौ जिलों के एसपी रह चुके हैं संतोष सिंह
2011 बैच के आईपीएस संतोष सिंह के साथ ही देश के टॉप 23 आईपीएस को भी ये सम्मान दिया गया है। संतोष सिंह रायपुर से पहले बिलासपुर, कोरबा, राजनंदगांव, कोरिया, रायगढ़, महासमुन्द, नारायणपुर व कोंडागांव जिले के एसपी रह चुके हैं। इसके अलावा नक्सल बाहुल्य क्षेत्र सुकमा में वो नक्सल ऑपरेशन को अंजाम दे चुके हैं, साथ ही दुर्ग में सीएसपी पद पर रह चुके हैं।
उपराष्ट्रपति से मिल चुका है पुरस्कार
2018 में महासमुंद के एसपी रहने के दौरान एक लाख बच्चों को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिलाकर विश्व रिकार्ड बनाने वाले आईपीएस संतोष सिंह को भारत के तत्कालीन उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू द्वारा ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ का अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा रायगढ़ में फिक्की स्मार्ट पुलिसिंग पुरस्कार भी उन्हें मिला।
कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं संतोष सिंह
कोरबा का एसपी रहने के दौरान आईएसीपी यानी इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ चीफ्स ऑफ पुलिस संगठन अवार्ड्स में उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर अमेरिका में 165 देशों के बीच ये सम्मान दिया गया। ये सम्मान दुनिया के 165 देशों से हर देश के 2 सर्वश्रेष्ठ पुलिस अधिकारियों को दिया जाता है। जिसमें भारत से सिर्फ 2 अधिकारियों को ये सम्मान मिला था। इसके अलावा भारत सरकार के गृह मंत्रालय बीपीआरडी द्वारा देश के 30 श्रेष्ठ स्मार्ट पुलिसिंग में भी इन्हें मान्यता दी गयी। रायगढ़ में कोविड काल में एक दिन में ही 12 लाख से अधिक लोगों में मास्क का वितरण करके भी एक विश्व रिकार्ड बनाया था। ब्यूरोक्रेट इंडिया 2020 में गुड गवर्नेंस अवार्ड भी इन्हें मिल चुका है।
इसके अलावा रायगढ़ में अपराध पर नियंत्रण के लिए 3 बार इन्हें इंद्रधनुष अवार्ड मिल चुका है। आईपीएस संतोष सिंह ने वाराणसी के बीएचयू से स्नातक व स्नातकोत्तर किया और दोनों में टॉप करके स्वर्ण पदक हासिल किया। इसके बाद यूजीसी नेट में जेआरफ हासिल की और जेएनयू से एमफिल किया और अब उन्होंने डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की है।