जर्जर पंचायत भवन मे बैठते है पंचायत प्रतिनिधि और ग्रामीण, छत मे दरार होने से टपकता है पानी
खिड़की दरवाजे भी टूटे, ग्रामीणों ने किया नया भवन की माँग
पुलस्त शर्मा मैनपुर – विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ ग्राम पंचायत कोचेंगा के भवन निर्माण को 20 साल से ज्यादा हो गई। जिसका उद्घाटन तत्कालिन मुख्यमंत्री श्यामा चरण शुक्ल के द्वारा हुआ था। पंचायत भवन की छत अब जर्जर हो चुकी है जिसके कारण छत में दरार, ऊपर के सीमेंट और छड़ अलग होने से बारिश के सीजन मे पंचायत के आवश्यक दस्तावेज अमूमन खराब हो जाते है। विकास मूलक कार्यों के अलावा आवश्यक बैठक ग्राम पंचायत भवन में हर महीना होना स्वाभाविक है लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्राम सभा सदस्यों को अंदर भवन मे बैठने के लिए खतरा महसूस होते रहता है। कब पंचायत भवन भरभराके गिर जाए कहा नहीं जा सकता।
दरवाजे खिड़कियां टूट गई है जहरीले जीव जन्तु भी पंचायत भवन के भीतर घुस जाते है सरकार गांव के विकास के लिए पंचायत भवनों को हाईटेक सुविधाओं से लैस कर रही है। लेकिन जर्जर पंचायत भवन होने के कारण बहुत सारे विकास मूलक कार्य नहीं हो पा रही है। ग्राम पंचायत कोचेंगा के पंचायत भवन को नया निर्माण किए जाने की माँग संरपंच श्रीमति कृष्णा मरकाम, उपसरपंच शैल साहू पंचायत प्रमुख मुखिया दीनाचंद मरकाम, दशरथ नेताम, बुद्धूराम मरकाम, दुर्जन मरकाम, फरसू राम नेताम,पुनाराम नेताम, गोवर्धन विश्वकर्मा, नभ कुमार नागेश, बुधराम नेताम, फूलसिंह मरकाम, मानसिंह मरकाम ने जिला के कलेक्टर दीपक अग्रवाल एवं एसडीएम मैनपुर तुलसीदास मरकाम से किया है।
क्या कहते है सीईओ –
इस संबंध में जनपद पंचायत मैनपुर सीईओ डी.के. नागवंशी ने बताया कि जर्जर पंचायत भवन के संबंध मे आपके द्वारा जानकारी मिल रही है क्षेत्र भ्रमण पश्चात ही वास्तविक स्थिति की जानकारी बता पाऊंगा अभी प्रशिक्षण केन्द्र निमोरा में हूं।