शा उ मा विद्यालय सलका में भावपूर्ण गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम संपन्न
(अंबिकापुर उदयपुर)
शासन के निर्देशानुसार शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सलका विकास खंड उदयपुर में श्रावण मास दिन सोमवार को गुरु पूर्णिमा का पावन पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गयाl इस अवसर पर श्री वी के पटेल मेडिकल आफिसर सलका के मुख्य आतिथ्य तथा भरतलाल गुप्ता (प्रदेश सचिव ह्यूमन राइट्स एंड आरटीआई संगठन भारत )व पूर्व एस एम डी सी सदस्य के विशिष्ट आतिथ्य तथा प्राचार्य बी बी राम की अध्यक्षता में गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम का आयोजन किया गया! जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं, शिक्षक शिक्षिकाओं तथा अभिभावकों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ विद्या की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण तथा दीप प्रज्ज्वलित कर सरस्वती वंदना एवं गुरु वंदना से किया गया।इस अवसर पर मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि एवं प्राचार्य तथा शिक्षक शिक्षिकाओं ने गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राचीन भारत में गुरु शिष्य परंपरा, गुरुकुल की शिक्षा व्यवस्था हमारी पहचान रही है, परन्तु वर्तमान में गुरु शिष्य परम्परा प्रभावित हुई है तथा गुरु शिष्य परंपरा एक व्यवसाय तक सीमित है जिसमें सुधार की जरूरत है।
विद्यार्थियों को विद्यार्थियों के पांच लक्षणों की जानकारी देते हुए प्राचार्य महोदय ने कहा कि हमारे प्रथम गुरु हमारे मां पिता है उसके बाद हमारे शिक्षक शिक्षिकाए और वह प्रत्येक व्यक्ति जो हमें ज्ञान देते हैं वे हमारे गुरु है और हमे उनकी शिक्षाओं को आत्मसात करना चाहिए तथा उनका सम्मान करना चाहिए। मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर पटेल ने अपने संबोधन ने कहा कि जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में गुरु के हम भूमिका होती है जिससे हमें प्रेरणा व शिक्षा लेकर हम स्वयं के लिए तथा समाज राष्ट्र के लिए अपने महत्वपूर्ण योगदान अपने जीवन काल में देकर स्वयं तथा राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका दीवानी में ताकत प्राप्त होती हैl
विशिष्ट अतिथि भरत लाल गुप्ता ने कहा कि शिशु गुरु की परंपरा अनादि काल से प्रचलित है वर्तमान परिपेक्ष में हमें गुरु की आदत सत्कार एवं उनके द्वारा सुझाए गए सभी गुना को आत्मसात कर जीवन में एक अच्छे इंसान बनने की प्रेरणा लेनी चाहिए गुरु की कोई कीमत नहीं होती है सदैव शिष्य रेडी ही रहता है अच्छे कार्य करें गुरु की बताए हुए रास्ते पर चलकर स्वयं को व समाज को उत्तर दिशा में ले जाने की प्रयास और पहला ही गुरु को सच्ची दक्षिण प्राप्त हो सकती है उन्होंने कहा कि किसी वस्तु विशेष से गुरु की कीमत चुका पाना संभव नहीं हैl
शाला प्रबंधन समिति में छात्र-छात्राओं द्वारा अलग-अलग तो बंद है कार्यकारिणी पदाधिकारी की नियुक्ति भी गुरु पूर्णिमा के पावन उत्सव पर संपन्न किया गया जिसमें अनेक प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को विभिन्न पद की दायित्व से शपथ एवं विद्यालय को प्रगति की ओर ले जाने में सभी पदाधिकारी से अपेक्षा की गईl एनएसएस कार्यक्रम प्रभारी ऋषि कुमार पांडे ने जीवन की मूल सैद्धांतिक बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को अपने जीवन में पाठ्यक्रम की बारीकियां को रेखांकित करते स्थिति जानने विभिन्न वातावरण की सा तत्व को आत्म साथ करना एवं गुरु के प्रति सदैव निष्ठा तथा आधार का भाव रखना ही विद्यार्थी को उसके उद्देश्यों की ओर अग्रसर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है
कार्यक्रम का संचालन ऋषि कुमार पाण्डेय तथा गुरुदास महंत ने किया तथा आशिष एक्का आर के चन्द्रा आदि (ब्याख्याताओं )एवं सूरज कुमार, सोनिया मानिकपुरी, मोनिका लक्ष्मण, विशिष्ट कुमार आदि विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में अपनी विशेष भागीदारी प्रदान की।