भूत सुविधाओं से जूझते विशेष आरक्षित जनजाति पण्डो तीन पीढ़ी बीतने के बाद भी नही मिला वन अधिकार पट्टा
सरगुजा जिले के लखनपुर जनपद कार्यालय से महज 7 किलो मीटर दूरी पर बसा ग्राम पंचायत बेलदगी के सुंदरपुर पारा में निवासरथ विशेष आरक्षित जनजाति के लोगों को सड़क बिजली पानी जैसेम मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। सुंदरपुर पारा में सरकारी स्कूल तो है पर स्कूल भवन का थत टपकता पानी रहा है सकूल में शौचालय तो है पर उपयोग लायक नहीं सौचालय का उपयोग स्कूली बच्चों की जगह मवेशी ग कर रहें हैं। विशेष आरक्षित जनजाति के तीन पीढ़ी सेनिवासरत लोगो ने बताया जिस भूमी पर आवास बनाकर जमीन निवास कर कर रहे है उस भूमी का शासन प्रशासन द्वारा ना तो बेजा कब्जा बनाया गया और ना ही पट्टा बन पाया है। पंडित जनजाति के लोगों ने जीवका उपार्जन कर रहे भूमि का पट्टा बनवा जाने कई बार सरगुजा कलेक्टर को आवेदन दिया जा चुका है पर अभी तक उक्त समस्या का निराकरण नहीं हुआ है अब ये ग्रामीण रायपुर जाकर मुख्य मंत्री को आवेदन देकर जमीन का पट्टा दिलाने की मांग करने जाने की तैयारी में है। सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता धीरेंद्र शर्मा ने इस मामले को लेकर कहा की ग्राम बिल्ला की आश्रित ग्राम सुंदर पारा विकास से पूछो दूर है। यहां के लोगोको मूल भूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है सड़क नही होने से बीमार मरीजों को घर से सड़क तक पकड़ कर लेजाना पड़ता है और उसके बाद वाहन की सुविधा मिल पाती है।
और यहां जो स्कूल भवन बना है जो जर्जर होने से पिछली सरकार द्वारा स्कूल जतन योजना से स्कूल का मरमत कार्य कराया गया पर मरमत भगवान भरोसे है मरमत के बाद भी स्कूल का छत टपक रहा है जिससे बच्चों को पढ़ाई करने में समस्या हो रही है और वही यहां के ग्रामीण 1980 से छोटे झाड़ के जंगल जमीन पर काबिज है पर अभी तक इन्हें वन अधिकार अधिनियम के अंतर्गत पट्टा नही मिल पाया है। जिसको लेकरके सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता धीरेंद्र शर्मा यहां की ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए सरगुजा प्रशासन सहित मुख्यमंत्री से समस्याओं का समाधान करने मांग कर रहे हैं। आने वाले समय में सामाजिक सामाजिक कारकर्ता के नेतृत्व मेंविशेष आरक्षित जनजाति के लोग रायपुर पहुंच मुख्यमंत्री विष्णु देव सहायसे मुलाकात अपनी समस्या उनके समक्ष रखकर समस्या का समाधान करने मांग की जायेगी।