धान के कटोरे में चावल भी सस्ता न मिले जनता को तो क्या फ़ायदा डबल इंजन की सरकार का—शैलेश
बिलासपुर|महंगाई की मार से परेशान ग़रीब परिवार और मध्यम वर्गीय परिवार इस वक़्त किस कठिनाई से गुजर रहा है इसका अंदाज़ा सरकार नहीं लगा सकती है।ग़रीब और अमीर के बीच की खाई बढ़ती जा रही है और दाने दाने को तरस रही है जनता लेकिन सरकार अपने घमंड में जनता को भूल गई है और प्रदेश में कालाबाज़ारी हो रही है और मुनाफ़ाखोरी हो रही है इस पर ध्यान सरकार का नहीं है क्योंकि सरकार एसे लोगो का संरक्षण कर रही है जिससे महंगाई और बढ़े और कमीशन खोरी बढ़ जाये।
राजनाँदगाँव में केंद्र का सस्ता चावल बंद करके रखा गया है और जनता को बाज़ार से महँगा चावल ख़रीदना पड़ रहा है इसके लिये जनता को मजबूर क्यों किया जा रहा है अफ़सर मनमानी कर रहे है आख़िर किसकी शह पर ये सब हो रहा है नाफ़ेड और एफसीआई के अधिकारी इस प्रकार से लापरवाही कर क्यों रहे है।जबसे मोदी तीन आयी है तबसे सरकार का घमंड और बढ़ गया है और जनता की परेशानियों को ध्यान नहीं दिया जा रहा है,ये जनता के साथ विश्वासघात सरकार कर रही है।
मोदी तीन में बीजेपी का घमंड और बढ़ा दिया है और अब एसा लगता है कि कोई सुनने वाला नहीं है और कोई देखने वाला भी नहीं है।महंगाई के आँकड़े बताते है कि किस कदर चीज महँगी होती जा रही है और जनता मजबूर है और बेबस है कहाँ जाये ?