कुल्हाड़ीघाट, शोभा गोना क्षेत्र मे मलेरिया का कहर
मलेरिया के मरीजो को 108 एम्बुलेंस से लाया जा रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र
पुलस्त शर्मा मैनपुर:– गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखंड मैनपुर क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल ग्रामो मे इन दिनो बुखार मलेरिया व मौसमी बिमारियों के प्रकोप से लोग परेेशान हो गये है तेजी से मलेरिया का प्रकोप मैनपुर क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल ग्राम कुल्हाड़ीघाट, ताराझर, मटाल, कुर्वापानी, सिहार, देहारगुड़ा, राजापड़ाव क्षेत्र के शोभा, गोना, कोकड़ी, कुचेंगा, गरहाडीह, भूतबेड़ा, तौरेंगा, साहेबिन कछार, जांगड़ा क्षेत्र के ग्रामो मे देखने को मिल रहा है। इन ग्रामो मे मलेरिया व बुखार पीड़ितो मरीजो की संख्या बढ़ती जा रही है साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी इन ग्रामो मे शिविर लगाकर डोर टू डोर जाकर मरीजो का ईलाज किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग का अमला इन ग्रामो मे पूरी तरह मुस्तैद है विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ गजेन्द्र ध्रुव लगातार ग्रामो का दौरा कर लोगो का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हे दवा दे रहे है साथ ही मलेरिया व अन्य बिमारियों के बचाव के बारे मे लोगो को सलाह भी दे रहे है। बीते सोमवार व मंगलवार से कुल्हाड़ीघाट पंचायत एवं सिहार ग्राम से मलेरिया के मरीजो जिसमें ज्यादातर स्कूली बच्चे शामिल है संजीवनी 108 वाहन के माध्यम से मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया इसके पूर्व इन मलेरिया पीड़ित मरीजो का चिन्हाकन मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर घर जाकर मलेरिया जांच कर किया गया और इसकी सूचना खंड चिकित्सा अधिकारी मैनपुर को दी गई जिसके बाद मलेरिया पीड़ित मरीजो को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया। वहीं राजापडाव क्षेत्र से भी एक दर्जन से ज्यादा मलेरिया के मरीज मिले है जिनका उपचार स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर घर जाकर एवं शोभा स्थित उपस्वास्थ्य केन्द्र मे शिविर लगाकर किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि आदिवासी वनांचल मैनपुर क्षेत्र मे बारिश के दिनो मे मौसमी बिमारियो के साथ मलेरिया का प्रकोप बढ़ जाता है दूरस्थ वनांचल क्षेत्रो के ग्रामो मे स्वास्थ्य सुविधा के पर्याप्त अभाव के कारण मलेरिया तेजी से पनपने लगता है वहीं ग्रामीण इलाको के गांवो मे सर्दी खांसी बुखार के मरीज बड़ी संख्या मे देखे जा रहे है । इन दिनो मैनपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुल्हाड़ीघाट व आश्रित ग्राम मटाल, ताराझर, कुर्वापानी, जिड़ार ग्राम पंचायत के सिहार, बुढार, राजापड़ाव क्षेत्र शोभा, गोना, कुचेंगा, भूतबेड़ा, तौरेंगा, साहेबिन कछार, कोदोमाली, जांगड़ा, जुुंगाड़ सहित अधिकांश क्षेत्र के ग्रामो मे बुखार सर्दी खांसी के साथ मौसमी बिमारियो के चपेट मे लोग आ रहे है और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद बड़ी संख्या मे मलेरिया से पीड़ित लोग भी मिल रहे है जो चिंता का विषय है इसलिये शासन प्रशासन को चाहिए कि इन ग्रामो मे विशेष कैंप लगाकर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाये ताकि आने वाले दिनो मे लोगो को कोई परेेशानी न हो। वनाचंल के कई गांवो की हालत बरसात के दिनो मे सामान्य नही रह पाती कारण पहुंच मार्ग नही होने के कारण बिमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है और समय पर लोगो को सही उपचार नही मिल पाने से कई बार स्थिति गंभीर हो जाती है।
1 लाख 45 हजार लोगो के लिए मात्र 5 डॉक्टर
आदिवासी विकासखंड मैनपुर क्षेत्र स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर शुरू से महरूम रहा है, जबकि यह क्षेत्र काफी संवेदनशील क्षेत्र के रूप मे जाना जाता है। हर वर्ष यहां मौसम जनित रोगो व बिमारियों से लोग पीड़ित रहते है बारिश के सीजन प्रारंभ होते ही उल्टी, दस्त व मलेरिया का यह क्षेत्र गढ़ बन जाता है। पूर्व मे इन बिमारियो से कई लोगो की जाने जा चुकी है साथ ही काफी संवेदनशील क्षेत्र होने के कारण यहां स्वास्थ्य सुविधा व्यवस्था ठीक ठाक रखने की जरूरत है। अस्पताल सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार मैनपुर विकासखंड के 177 गांवो के लगभग 1 लाख 45 हजार लोगो के लिए मैनपुर मे मात्र पांच डॉक्टर ही पदस्थ है। मैनपुर मे कहने को तो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र है और यहां 10 डॉक्टरो के पद स्वीकृत है जिसमे से मात्र 5 डॉक्टर ही इस अस्पताल को नसीब हो पाया है। आज भी इस क्षेत्र के दूरस्थ पहाड़ी पर बसे ग्रामो के ग्रामीण स्वास्थ्य सुविधा के अभाव मे उल्टे खाट मे मरीज को लीटाकर अस्पताल तक लाने मजबूर होते है और तो और दूरस्थ ग्रामीण अंचलो मे स्वास्थ्य सुविधा नही पहुचंने के कारण आज भी इस वैज्ञानिक युग मे लोग झाड़ फूंक, तंत्र मंत्र से अपना ईलाज कराने मजबूर हो रहे है। मैनपुर विकासखंड के शोभा, गोना इंदागांव, साहेबिन, गरीबा, गौरगांव कुचेंगा क्षेत्र से आगे के लोग आज छत्तीसगढ़ निर्माण के 23 वर्षो पश्चात ईलाज के लिए पड़ोसी राज्य उड़ीसा के धरमगढ़, रायगढ़ इलाज कराने जाने मजबूर होते है।
क्या कहते है बी.एम.ओ.:-
मैनपुर विकासखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ गजेन्द्र ध्रुव ने इस सबंध मे चर्चा करने पर कहते है कुल्हाड़ीधाट, शोभा गोना क्षेत्र मे स्वास्थ्य विभाग लगातार शिविर लगाकर उपचार कर रही है और स्वास्थ्य विभाग पूरे क्षेत्र मे मुस्तैदी से कार्य कर रही है हर गांव तक दवा की पर्याप्त व्यवस्था कि गई है डोर टू डोर संपर्क कर मलेरिया के प्रति जागरूक एवं पीड़ितो का ईलाज किया जा रहा है।