कभी अपने पर्स या बटुए को पूरा खोलकर देखा है. हाजिर से बात है आप रोज़ इसका प्रयोग करते हैं. खरीददारी करते वक्त रूपए पैसे निकालते या रखते हैं. अक्सर हम अपने पर्स या बटुए में सामान भरते जाते हैं, जिनका कोई मतलब नहीं होता है. ये बेकार की चीजें नेगेटिव एनर्जी की कारक बन जाती हैं. बटुए या पर्स में धन प्रवाह बना रहें इसके लिए ये जरूरी है पॉजिटिव एनर्जी हमेशा बनी रहे.
क्या खाते हैं, क्या पहनते हैं और क्या प्रयोग करते हैं ये सब आपके चारों तरफ एक ऊर्जा का निर्माण करता है जो सकारात्मक या नकारात्मक हो सकती है. मां लक्ष्मी नकारात्मक ऊर्जा से दूर रहती हैं और सिर्फ सकारात्मक ऊर्जा की तरफ की आकर्षित होती हैं. ऐसे में ये जरूरी है कि आप इस पॉजिटिव एनर्जी को बना कर रखें.
बेकार की रसीदें, पुराने हो चुके बैंक के कार्ड (card)और पुराने सडे गले नोट(note)
पर्स या बटुए में रखी बेकार की रसीदें, पुराने हो चुके बैंक के कार्ड और पुराने सडे गले नोट तुरंत हटा दें. अगर आपके पर्स या बटुए में पुराने कूपन या टिकट तक रखें हैं तो ये आपके अतीत को ना छोड़ने का प्रतीक हैं ऐसे में आगे बढ़ने के रास्ते बंद हो जाएंगे.कभी भी अपने बटुए को खाली ना रखें. बल्कि धन प्रवाह को बनाए रखने के लिए हमेशा कुछ ना कुछ बटुए में रहने दें ताकि पॉजिटिविटी बनी रहें.
कभी भी पर्स में बहुत सारे क्रेडिट कार्ड को ना रखें. ये वित्तीय अस्थिरता और फिजूलखर्च को दर्शाता है. सिर्फ उन्ही क्रेडिट कार्ड को रखें जो आप रोजमर्रा के काम में प्रयोग करते हों. ऐसी कोई भी तस्वीर बटुए या पर्स में ना रखें जो आपकी पुरानी बुरी यादों से जुड़ी हो या फिर नेगेटिव हो
सकारात्मक ऊर्जा (positive energy)का संचार
कभी अपने बटुए को हाथ में लेकर मन में उसके भरे होने का भाव रखें. ये आपकी पॉजिटिव सोच को बढ़ाएगा . ऐसा सोचने भर से ही आपके आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा. समय समय पर अपने बटुए की सफाई करना ना भूलें. ये आपके लिए वित्तीय मार्ग को खोलकर रखेंगा